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रुपये में हल्की बढ़त, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर

रुपये ने शुक्रवार को कच्चे तेल की घटती कीमतों और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के बीच हल्की बढ़त दिखाई। हालांकि, शेयर बाजारों में बिकवाली और विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये की मजबूती को सीमित किया। इस लेख में रुपये की स्थिति, डॉलर सूचकांक, और शेयर बाजार की गतिविधियों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।
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रुपये में हल्की बढ़त, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर

रुपये की स्थिति

कच्चे तेल की घटती कीमतों और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के चलते, रुपये ने शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में पांच पैसे की वृद्धि के साथ 88.64 प्रति डॉलर का स्तर छू लिया।


बाजार की गतिविधियाँ

विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, शेयर बाजारों में बिकवाली के दबाव और विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये की मजबूती को सीमित किया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये की शुरुआत 88.60 प्रति डॉलर से हुई, जो थोड़ी बढ़त के बाद 88.59 प्रति डॉलर तक पहुंचा, लेकिन फिर 88.64 प्रति डॉलर पर स्थिर हो गया, जो पिछले बंद भाव से पांच पैसे की वृद्धि दर्शाता है।


पिछले दिन की तुलना

गौरतलब है कि रुपये ने बृहस्पतिवार को 47 पैसे की गिरावट के साथ 88.69 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।


डॉलर सूचकांक और शेयर बाजार

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.33 पर आ गया। घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 192.31 अंक या 0.23 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 84,596.77 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 42.05 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,919.90 अंक पर रहा।


कच्चे तेल की कीमतें

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.56 डॉलर प्रति बैरल पर रही। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,077.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।