विराट कोहली के खिलाफ शिकायत: RCB की जीत का जश्न बना त्रासदी

RCB की ऐतिहासिक जीत और उसके बाद की त्रासदी
आईपीएल 2025 की ट्रॉफी जीतने के बाद विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) टीम जश्न में डूबी हुई थी, लेकिन इस खुशी की एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।
विजय परेड के दौरान हुई भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई, जिससे मामला और गंभीर हो गया है। इस घटना के बाद अब विराट कोहली के खिलाफ एक आधिकारिक शिकायत भी दर्ज की गई है।
शिकायत का विवरण
विराट कोहली के खिलाफ कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है। यह शिकायत वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एच. एम. वेंकटेश द्वारा की गई है, जिन्होंने कोहली को इस हादसे के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार ठहराया है।
उनका कहना है कि इस बड़े इवेंट का आयोजन बिना उचित प्रशासनिक तैयारी के किया गया, जिसमें कोहली की भूमिका भी महत्वपूर्ण थी, क्योंकि वह इस परेड के प्रमुख चेहरे थे।
पुलिस का बयान
पुलिस विभाग ने इस मामले में एक आधिकारिक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि वेंकटेश द्वारा दी गई शिकायत को पहले से दर्ज मामले संख्या 123/2025 के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल एक शिकायत है और कोहली के खिलाफ कोई आपराधिक मामला अभी तक दर्ज नहीं हुआ है। हालांकि, शिकायत के आधार पर उनकी भूमिका की जांच की जाएगी।
जीत का विवाद
आरसीबी ने अपने 17 साल के आईपीएल सफर में पहली बार ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा था। फैंस के बीच जबर्दस्त उत्साह था, लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ ने इस खुशी को मातम में बदल दिया।
अब विराट कोहली पर शिकायत दर्ज होने के बाद यह मामला और तूल पकड़ता दिख रहा है।
घटना का पूरा विवरण
4 मई 2025 को बेंगलुरु में आरसीबी की पहली IPL जीत का जश्न पूरे शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा था। इस ऐतिहासिक जीत के मौके पर टीम ने एक भव्य विजय परेड का आयोजन किया था, जिसमें हजारों फैंस शामिल हुए।
लेकिन यह खुशी का पल कुछ ही समय में एक भयावह हादसे में बदल गया। विजय परेड के दौरान भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
RCB का मानवीय कदम
RCB प्रबंधन ने इस दुखद हादसे पर संवेदना प्रकट करते हुए एक बड़ा ऐलान किया है। टीम की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले सभी 11 लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
यह कदम पीड़ित परिवारों के लिए राहत देने वाला साबित हो सकता है, लेकिन इस त्रासदी की गहराई को शब्दों में बयां कर पाना कठिन है। यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि बड़े आयोजनों के दौरान सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण कितना जरूरी है।