शेयर बाजार में गिरावट: विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी का असर
बाजार में लगातार गिरावट
बुधवार को विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी निकासी और सोने के आयातकों से डॉलर की बढ़ती मांग के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर बंद हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि छुट्टियों के कारण इस सप्ताह बाजार में कोई विशेष गतिविधि नहीं हुई और साल के अंत में कारोबार की मात्रा भी कम रही। एशियाई बाजारों में भी इसी तरह का रुख देखने को मिला।
सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
बीएसई सेंसेक्स 116.14 अंक या 0.14 प्रतिशत गिरकर 85,408.70 पर बंद हुआ। दिन के दौरान इसका उच्चतम स्तर 85,738.18 और न्यूनतम स्तर 85,342.19 रहा। वहीं, एनएसई निफ्टी 35.05 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 26,142.10 पर आ गया। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी के कारण रुपया भी गिरकर 89.79 पर बंद हुआ।
चांदी की कीमतों में उछाल
बुधवार को चांदी की कीमतों में अचानक वृद्धि हुई, जिससे यह 9,750 रुपये महंगी होकर 2,27,000 रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत 72 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के पार चली गई।
सोने की कीमतों में गिरावट
सोने की कीमतें भी रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे आ गई हैं। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 1,40,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 41.18 अमेरिकी डॉलर बढ़कर 4,525.96 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस हो गई।
साल 2025 में चांदी की कीमतों में वृद्धि
इस वर्ष चांदी की कीमतों में 153.06 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कमजोर अमेरिकी डॉलर और मौद्रिक नीति में नरमी की उम्मीदें इस वृद्धि के पीछे के प्रमुख कारण हैं।
