सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट: निवेश के लिए सही समय

सोने की कीमतों में गिरावट का दौर
सोने की कीमतों में एक बार फिर गिरावट देखने को मिल रही है। 23 जून 2025 को 22 कैरेट सोने की कीमत 92,000 से 93,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रही, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल और भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद सोने की कीमतों में कोई बड़ा उछाल नहीं आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में सोने और चांदी में निवेश से अच्छे रिटर्न की संभावना है। यह जानकारी उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं।
सोने और चांदी की नई कीमतें
23 जून को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 0.2% गिरकर 3362.29 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत 1 लाख रुपये से अधिक स्थिर है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 92,000 से 93,000 रुपये के बीच है। चांदी की कीमत भी 1,10,000 रुपये प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच गई है।
2025 में सोने का भविष्य
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2025 में सोने की कीमतों में 30% तक की वृद्धि हो सकती है। इस वर्ष अब तक सोने की कीमत में 20,000 से 25,000 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है।
निवेश के लाभ
भारत में सोना केवल एक धातु नहीं है, बल्कि यह परंपरा और संस्कृति का प्रतीक भी है। शादी और त्योहारों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है। इस गिरावट के समय में सोना खरीदना आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकता है। चांदी की बढ़ती कीमतें भी निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।
निवेश से पहले की तैयारी
सोने और चांदी में निवेश न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि भविष्य में मुनाफा भी दिला सकता है। निवेश करने से पहले बाजार का अध्ययन और विशेषज्ञों की सलाह लेना आवश्यक है। यह जानकारी निवेशकों को सही निर्णय लेने में मदद करेगी।