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हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के सचिव की संपत्ति कुर्क

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के प्रधान सचिव रहे रिटायर्ड आईएएस अधिकारी मुरारी लाल की संपत्तियों को कुर्क किया है। इस कार्रवाई में 9 संपत्तियों के साथ-साथ 14.06 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस भी अटैच किया गया है। ईडी ने यह कदम आय से अधिक संपत्ति के मामले में उठाया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और मुरारी लाल के खिलाफ चल रही जांच के बारे में।
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हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के सचिव की संपत्ति कुर्क

ईडी की कार्रवाई: 14.06 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस अटैच


चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा में एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के खिलाफ महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत, ईडी ने इस अधिकारी की 9 संपत्तियों को कुर्क किया है, जो चंडीगढ़, नई दिल्ली और गुरुग्राम में स्थित हैं। यह अधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के प्रधान सचिव रह चुके हैं।


बैंक बैलेंस और संपत्तियों का अटैचमेंट

ईडी ने केवल संपत्तियों को ही नहीं, बल्कि रिटायर्ड आईएएस का 14.06 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस भी अटैच किया है। ईडी ने इस संबंध में जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है। अटैच की गई संपत्तियों में 2 घर और 7 अपार्टमेंट शामिल हैं। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।


मुरारी लाल का मामला

ईडी ने 1976 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी मुरारी लाल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि तायल ने 2005 से 2009 तक भूपेंद्र हुड्डा के प्रधान सचिव के रूप में और 2009 से 2014 तक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में सदस्य के रूप में अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर ज्ञात आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की।


आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति का मामला

जांच के दौरान यह पाया गया कि तायल, उनकी पत्नी सविता तायल और बेटे कार्तिक तायल के वित्तीय मामलों, आयकर रिकॉर्ड और शेयर बाजार के लेन-देन की जांच की गई। इस जांच में यह सामने आया कि उन्होंने अवैध तरीके से लगभग 14.06 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की।


पहली एफआईआर का विवरण

2014 में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद, सीबीआई ने 12 अगस्त 2015 को गुरुग्राम के मानेसर जमीन घोटाले में एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में सीबीआई ने कई बड़े अधिकारियों के घरों पर छापे मारे थे, जिनमें एमएल तायल का नाम भी शामिल था।


परिवार के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई

2017 में सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में एमएल तायल, उनकी पत्नी सविता तायल और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की।


सविता तायल का करियर

एमएल तायल की पत्नी सविता तायल 2012 में सरकारी कॉलेज से प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुईं। इसके बाद उन्हें हुड्डा सरकार ने हरियाणा लोकसेवा आयोग का सदस्य बना दिया। वह 2016 में इस पद से रिटायर हुईं।


तायल की केंद्र सरकार में नियुक्ति

2005 से 2009 तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पहले कार्यकाल में, एमएल तायल उनके प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे। 2009 में रिटायर होने के बाद, केंद्र सरकार ने उन्हें 5 साल के लिए प्रतिस्पर्धा आयोग में नियुक्त किया। इस दौरान भी तायल हरियाणा में प्रभावशाली बने रहे।