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हरियाणा में खेड़कीदौला टोल प्लाजा का स्थानांतरण: यातायात में सुधार की उम्मीद

हरियाणा के गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा को पचगांव में स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे यातायात में सुधार और जाम की समस्या से राहत मिलेगी। नया टोल प्लाजा आधुनिक बूथलेस तकनीक पर आधारित होगा, जिससे वाहन चालकों को यात्रा में आसानी होगी। यह बदलाव न केवल स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यात्रा करने वालों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। जानें इस बदलाव की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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हरियाणा में खेड़कीदौला टोल प्लाजा का स्थानांतरण: यातायात में सुधार की उम्मीद

टोल प्लाजा का स्थानांतरण

हरियाणा में टोल प्लाजा का नया स्थान: पचगांव में बूथलेस प्रणाली का कार्यान्वयन: गुरुग्राम में यात्रियों और वाहन चालकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना आई है। खेड़कीदौला टोल प्लाजा अब अपने मौजूदा स्थान से हटकर पचगांव में स्थापित किया जाएगा। इस नए टोल प्लाजा को आधुनिक बूथलेस तकनीक से बनाया जाएगा,


जिससे यातायात में सुधार होगा और जाम की समस्या से निजातटोल प्लाजा हरियाणा


खेड़कीदौला टोल प्लाजा पिछले कई वर्षों से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर कार्यरत है। यहां अक्सर लंबी जाम की समस्याएं देखने को मिलती थीं, जिससे स्थानीय लोग और यात्री परेशान होते थे। कई वर्षों से इस टोल को पचगांव में स्थानांतरित करने की मांग उठाई जा रही थी।


इस मांग को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हाल ही में पचगांव में एक सर्वेक्षण किया, जिसमें पाया गया कि इस क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही खेड़कीदौला की तुलना में अधिक है। इस सर्वे के आधार पर मंत्रालय ने टोल प्लाजा को पचगांव में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।


नया टोल प्लाजा बूथलेस तकनीक पर आधारित होगा, जिसका अर्थ है कि इसमें पारंपरिक बूथों की जगह फास्टैग और अन्य डिजिटल तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। इससे वाहनों को रुकने में कम समय लगेगा और यातायात का प्रवाह तेज होगा।


NHAI और इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (IHMCL) की टीमें जल्द ही पचगांव का दौरा करेंगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नया टोल प्लाजा क्षेत्र में प्रस्तावित रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के स्टेशन के निर्माण में कोई बाधा न उत्पन्न करे। इसके लिए केवल 28 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जिसमें 12 से 15 लेन का टोल प्लाजा बनाया जाएगा, जो द्वारका एक्सप्रेसवे के बूथलेस मॉडल के अनुरूप होगा।


सर्वे में यह भी सामने आया कि पचगांव से गुजरने वाले भारी वाहन, जैसे ट्रक और बस, खेड़कीदौला की तुलना में अधिक हैं। पैसेंजर कार यूनिट (PCU) के अनुसार, एक ट्रक को साढ़े चार यूनिट और एक कार को एक यूनिट माना जाता है।


इस आधार पर पचगांव में वाहनों की संख्या अधिक होने से यह स्थान टोल प्लाजा के लिए उपयुक्त माना गया। स्थानीय निवासी राजेश यादव ने कहा, “खेड़कीदौला में जाम के कारण हमारा समय और ईंधन दोनों बर्बाद होता था। अब बूथलेस टोल प्लाजा से यात्रा आसान और तेज होगी।” यह बदलाव न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा।


इस स्थानांतरण से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यात्रा करने वाले लाखों लोगों को लाभ होगा। सरकार और NHAI ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि यह प्रक्रिया जल्द और व्यवस्थित तरीके से पूरी हो।


यदि आप इस मार्ग से नियमित रूप से यात्रा करते हैं, तो इस बदलाव पर नज़र रखें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। यह कदम हरियाणा के यातायात प्रबंधन में एक नया अध्याय जोड़ेगा और यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक अनुभव सुनिश्चित करेगा।