हरियाणा में स्टार्टअप क्रांति: उद्यमिता आयोग की स्थापना

हरियाणा में उद्यमिता आयोग की स्थापना
हरियाणा उद्यमिता आयोग: हरियाणा में स्टार्टअप क्रांति! मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिसार में हरियाणा राज्य उद्यमिता आयोग की स्थापना की घोषणा की है, जो युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।
यह पहल युवाओं को उद्योग स्थापित करने और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से हरियाणा को देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनाने का लक्ष्य है, और राज्य में स्टार्टअप्स की संख्या को तीन गुना करने का इरादा है।
विश्व उद्यमिता दिवस पर महत्वपूर्ण घोषणा
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में की। उन्होंने विश्वविद्यालय के 22 स्टार्टअप्स को 1,14,30,000 रुपये की अनुदान राशि का चेक प्रदान किया।
सीएम ने बताया कि सरकार निजी निवेशकों के लिए ‘फंड ऑफ फंड्स’ बनाने का वातावरण तैयार कर रही है, जिससे स्थानीय स्टार्टअप्स में निवेश बढ़ेगा और हरियाणा उद्यमिता का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
स्कूल और कॉलेजों में स्टार्टअप प्रतियोगिताएं
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में स्टार्टअप इंडिया स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। जिला और राज्य स्तर पर विजेताओं को एक करोड़ रुपये तक की पुरस्कार राशि दी जाएगी। स्टार्टअप के रूप में विकसित होने वाले विचारों को सरकार माइक्रोफाइनेंस सहायता प्रदान करेगी। इसके साथ ही, ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने के लिए विदेशी मेलों का आयोजन भी किया जाएगा।
हर जिले में उत्कृष्टता केंद्र
सीएम ने हर जिले में उत्कृष्टता केंद्र खोलने की योजना बनाई है। ये केंद्र पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत कॉलेजों में स्थापित किए जाएंगे। हर साल जिला और राज्य स्तर पर कौशल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री युवा कौशल सम्मान योजना के तहत 2,000 स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को उद्योगों में इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा, साथ ही 10,000 रुपये का मानदेय भी दिया जाएगा।