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NIRF 2025: एचएयू और जीजेयू ने शिक्षा में नई ऊंचाइयों को छुआ

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) और गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) ने NIRF 2025 में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। एचएयू ने कृषि विश्वविद्यालयों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, जबकि जीजेयू ने राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में 32वीं रैंक हासिल की है। जानें इन विश्वविद्यालयों की सफलता की कहानी और उनके योगदान के बारे में।
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NIRF 2025: एचएयू और जीजेयू ने शिक्षा में नई ऊंचाइयों को छुआ

एचएयू की उपलब्धियां

NIRF 2025, हिसार न्यूज: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) ने लगातार देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में अपनी स्थिति को बनाए रखा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में, एचएयू ने हरियाणा का एकमात्र संस्थान बनकर पहले 150 सरकारी संस्थानों में अपनी जगह बनाई है। इसके अलावा, एचएयू ने देश के कृषि विश्वविद्यालयों में शीर्ष पांच में स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिष्ठा को और बढ़ाया है।


एचएयू की शानदार उपलब्धियां

एग्रीकल्चर और एलाइड कैटेगरी में, एचएयू ने 173 शिक्षण संस्थानों में से शीर्ष 10 में अपनी जगह बनाई है। ओवरऑल कैटेगरी में, 4045 विश्वविद्यालयों में एचएयू ने 101-150 रैंकिंग हासिल की है। कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि विश्वविद्यालय ने अपनी उपलब्धियों के कारण अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान बनाई है।


जीजेयू की रैंकिंग

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) ने राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में 32वीं रैंक हासिल की है। जीजेयू हरियाणा का नंबर 1 राज्य विश्वविद्यालय बनकर उभरा है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी साझा की।


जीजेयू की उपलब्धियों का महत्व

कुलपति ने बताया कि जीजेयू, जो कि अपेक्षाकृत नया संस्थान है, ने केवल तीन दशकों में कई पुराने विश्वविद्यालयों को पीछे छोड़ते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है। यह संस्थान नवाचार को बढ़ावा देने, उच्च गुणवत्ता वाले शोध को आगे बढ़ाने और विद्यार्थियों को वैश्विक नागरिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।