एबीवीपी ने कॉलेज प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा, नॉन एनईपी कोर्स के रिजल्ट की मांग

एबीवीपी की मांग
(Jind News) जींद। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. सत्यवान मलिक को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने यूजी दो और चार सेमेस्टर के सभी नॉन एनईपी कोर्स के रिजल्ट जारी करने की मांग की।
एबीवीपी नेता रवि जोशी ने बताया कि नॉन एनईपी कोर्स के रिजल्ट न आने के कारण विद्यार्थियों को एडमिशन फॉर्म भरने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा, पीजी 1 और 3 सेमेस्टर के कोर्स का रिवॉल्यूशन रिजल्ट भी अभी तक जारी नहीं हुआ है।
श्रीकांत शर्मा, एबीवीपी नेता ने कहा कि मास कम्युनिकेशन, फाइन आर्ट्स, म्यूजिक, मैथेमेटिक्स, साइकोलॉजी और वाणिज्य विभाग के पीजी कोर्स के रिजल्ट का भी कोई पता नहीं है। इससे विद्यार्थियों को यह नहीं पता चल पा रहा है कि वे पास हैं या फेल।
स्पेशल चांस के फार्म भरने में समस्या
विद्यार्थियों को स्पेशल चांस के फार्म भरने में भी कठिनाई हो रही है। उन्हें आगे पीजी डिप्लोमा में एडमिशन लेना है। पूर्व विश्वविद्यालय के वीसी ने इस मामले में एक कमेटी बनाई थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
एबीवीपी नेता मोहित कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को यूजी नॉन एनईपी कोर्स की सुनवाई करनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों को एडमिशन में मदद मिल सके। जिला संयोजक वीर सैन ने बताया कि विश्वविद्यालय को यूजी 2, 4, 6 और पीजी 2, 4 सेमेस्टर की स्पेशल चांस देकर परीक्षा आयोजित करनी चाहिए।
यदि विद्यार्थी किसी विषय में सफल नहीं हो पाते हैं, तो उनका साल खराब हो जाएगा और वे आगे कहीं भी एडमिशन नहीं ले पाएंगे। इसलिए एबीवीपी ने पिछले साल भी कुलपति से स्पेशल चांस की मांग की थी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रोहन सैनी ने कहा कि विश्वविद्यालय को सेमेस्टर और री-एग्जाम का रिजल्ट जारी करना चाहिए ताकि विद्यार्थी पीजी में एडमिशन ले सकें। इकाई अध्यक्ष राहुल कक्कड़ ने बताया कि यूजी 6 सेमेस्टर एनईपी कोर्स के विद्यार्थियों को यह भी नहीं पता कि सातवें सेमेस्टर में एडमिशन कैसे होगा।