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किचन गार्डन में बादाम की खेती: जानें कैसे करें शुरुआत

क्या आप अपने किचन गार्डन में बादाम उगाना चाहते हैं? यह लेख आपको बताएगा कि कैसे आप केवल 4 बादाम से अपने घर में बादाम का पौधा तैयार कर सकते हैं। सही तकनीक और देखभाल के साथ, आप इस पौधे की सुंदरता और भविष्य में मिलने वाले मेवों का आनंद ले सकते हैं। जानें कि बादाम के पौधे को कैसे अंकुरित करें, सही मिट्टी का चयन कैसे करें, और पौधे की देखभाल कैसे करें।
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किचन गार्डन में बादाम की खेती: जानें कैसे करें शुरुआत

बादाम का पौधा: सरलता से घर में उगाएं


बादाम की खेती: एक नई शुरुआत
अगर आपको लगता है कि बादाम की खेती केवल पहाड़ी क्षेत्रों या बड़े बागों में ही संभव है, तो यह आपकी गलत धारणा है। आजकल, सही तकनीक के साथ, आप अपने किचन गार्डन में केवल 4 बादाम से आसानी से पौधा उगा सकते हैं। हालांकि, फल देने में कुछ साल लग सकते हैं, लेकिन पौधे की सुंदरता और भविष्य में मिलने वाले मेवों की संभावना इसे एक बेहतरीन घरेलू पौधा बनाती है। आइए जानते हैं कि किचन गार्डन में बादाम की खेती कैसे की जा सकती है।


किचन गार्डन की सुंदरता में इजाफा

यदि आप अपने किचन गार्डन में कुछ विशेष उगाना चाहते हैं, तो 4 बादाम से शुरू की गई यह खेती आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकती है। यह पौधा न केवल आपके घर की सुंदरता को बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में आपको घर में उगाए गए मेवे भी प्रदान कर सकता है। थोड़ी देखभाल, सही तकनीक और धैर्य के साथ, आप आसानी से बादाम की होम गार्डन खेती को सफल बना सकते हैं।


बादाम का सही चयन

किचन गार्डन में बादाम उगाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप कच्चे और अनरोस्टेड बादाम का चयन करें। बाजार में उपलब्ध भुने या नमकीन बादाम उगाने के लिए उपयुक्त नहीं होते। बेहतर होगा कि आप ऑर्गेनिक स्टोर या नर्सरी से रॉ बादाम विद शेल यानी छिलके वाले कच्चे बादाम खरीदें। ऐसे बादाम में अंकुरण की संभावना अधिक होती है।


बादाम को अंकुरित करने की प्रक्रिया


  • एक कटोरी में पानी लेकर बादाम को 12 घंटे तक भिगो दें। इससे बादाम का छिलका नरम हो जाता है और अंदर का बीज फूल जाता है।

  • बादाम ठंडे क्षेत्रों का पौधा है, इसलिए इसके बीजों को 20 से 25 दिन तक ठंडे वातावरण की आवश्यकता होती है। पहले एक एयरटाइट पाउच लें, उसमें हल्की नमी वाली रेत या टिश्यू रखें। बादाम को इसमें डालकर पैक करें और इसे फ्रिज में 25 से 30 दिन तक रखें। इस प्रक्रिया से बादाम में अंकुरण तेजी से होता है। लगभग तीसरे हफ्ते से बादाम में जड़ विकसित होने लगेगी।


सही मिट्टी का चयन

बादाम के पौधे को हल्की, भुरभुरी और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी पसंद होती है। मिट्टी तैयार करते समय 40 फीसदी गार्डन मिट्टी, 30 प्रतिशत रेत और 30 प्रतिशत कंपोस्ट या गोबर की खाद मिलाएं। यह मिश्रण पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व प्रदान करता है और पानी जमा नहीं होने देता।


गमले का चयन और रोपाई

बादाम के पौधे की जड़ें गहराई तक जाती हैं। इसलिए शुरुआत में 10 इंच के गमले से शुरू करें और पौधा बढ़ने पर इसे 16 से 18 इंच वाले गमले में शिफ्ट करें। मिट्टी भरकर बीच में 2 इंच गहरा गड्ढा बनाएं। अंकुरित बादाम जिसमें छोटी जड़ दिख रही हो, उसे उल्टा न लगाएं। जड़ नीचे की ओर ही रहे। हल्के हाथ से मिट्टी ढक दें और पानी स्प्रे करें ताकि मिट्टी न बहने पाए।


सिंचाई और धूप

पौधे को रोज तेज पानी न दें। गमले की ऊपरी मिट्टी जब सूख जाए तभी पानी दें। बादाम का पौधा 6 से 7 घंटे की सीधी धूप पसंद करता है। सर्दियों में पानी कम करें और गर्मियों में थोड़ा बढ़ा दें।


पौधे की देखभाल और खाद

हर महीने हल्की मात्रा में कंपोस्ट दें। बरसात में पौधे की जड़ों में पानी न जमने दें। यदि पत्तियों पर कीट दिखें, तो नीम का तेल स्प्रे करें। गमले में लगाए गए बादाम के पौधे को फल देने में 3 से 4 साल तक का समय लग सकता है। हालांकि, शुरुआत में फूल कम आते हैं, लेकिन धीरे-धीरे पौधा मजबूत होने पर बढ़ता है।