चंडीगढ़ में NEET 2025 का पास प्रतिशत 70% से नीचे, गिरावट के कारण क्या हैं?

NEET 2025: चंडीगढ़ का पास प्रतिशत चौंकाने वाला
NEET 2025 में चंडीगढ़ का पास प्रतिशत 70% से नीचे गिरा, जानें इसके पीछे का कारण! इस बार चंडीगढ़ का पास प्रतिशत 5.17% घटकर 67.88% हो गया है, जबकि पिछले वर्ष यह 73.05% था।
NEET 2025: चंडीगढ़ का हाल चौंकाने वाला!
2020 से लेकर अब तक के आंकड़ों पर गौर करें तो यह पहली बार है जब चंडीगढ़ का पास प्रतिशत 70% से नीचे आया है। इस वर्ष चंडीगढ़ से 2758 छात्रों ने NEET के लिए पंजीकरण कराया, जिनमें से 2675 ने परीक्षा दी और 1816 ने क्वालिफाई किया।
वहीं, 2024 में 3579 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 3485 ने परीक्षा दी और 2546 ने सफलता प्राप्त की। इस बार ट्राईसिटी से केवल एक छात्र ने टॉप 100 में जगह बनाई है। एआईआर-98 के साथ चंडीगढ़ की नंदिका सरीन ने ट्राईसिटी में टॉप किया है। इस बार अनरिजर्ड कैटेगरी के लिए कट-ऑफ स्कोर भी गिरा है।
2024 में अनरिजर्ड कैटेगरी के लिए कट-ऑफ स्कोर 162 था, जो इस साल घटकर 144 हो गया है। इस बार कठिन पेपर के कारण टॉपर का स्कोर और कट-ऑफ दोनों नीचे आए हैं।
पिछली बार 67 छात्रों को मिला था एआईआर-1, इस बार केवल एक
देशभर में इस बार एआईआर-1 पर केवल एक छात्र, राजस्थान के महेश कुमार हैं। पिछले साल 67 छात्रों ने एआईआर-1 प्राप्त किया था। NEET UG 2024 परीक्षा विवादों में रही थी, जिसमें प्रश्न पत्र लीक होने, ग्रेस अंक देने में विसंगतियों और परीक्षा केंद्रों पर छात्रों के प्रति अनुचित व्यवहार के आरोप शामिल थे।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने बड़े पैमाने पर पेपर लीक होने से इनकार किया, लेकिन कुछ मुद्दों को स्वीकार किया, जिसमें कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले का उपयोग शामिल है।
टॉप 100 में रहे ट्राईसिटी के छात्र
• 2024 फेज-10 मोहाली के तेजस सिंह ने एआईआर-1 हासिल किया था।
• 2023 में कोई नहीं, एआईआर-282 लेकर भानु अरोड़ा स्टेट टॉपर रहे। 2022 में जीरकपुर के अर्पित नारंग ने एआईआर-7, चंडीगढ़ के यज्ञम सेठी ने एआईआर-59 हासिल किया।
• 2021 में पंचकूला के सुयश अरोड़ा ने एआईआर-5, चंडीगढ़ की पवित सिंह ने एआईआर-23 हासिल की।
• 2020 में चंडीगढ़ के गुरकीरत सिंह ने एआईआर-15 हासिल कर ट्राईसिटी में टॉप किया।
• 2019 में इशान गुप्ता ने एआईआर-93, गौतम कौशल ने 96 रैंक लेकर टॉप-100 में जगह बनाई।
• 2018 में महक अरोड़ा ने एआईआर-31, मेघा शर्मा ने एआईआर-44, पारुल बेरी ने एआईआर-47 हासिल किया।
• 2017 में भूपिन ठक्कर ने एआईआर-76 हासिल किया।
• 2016 में आरुषि जैन ने एआईआर-5, जपनूर कौर ने एआईआर-7, तानिश मोदी ने एआईआर-16 हासिल किया।
4-5 साल से NEET की तैयारी में बदलाव आया है
नीट के परिणाम में गिरावट के कारणों पर विशेषज्ञ संजीव सिंह बताते हैं कि इस बार का पेपर अपेक्षा से अधिक लंबा था। पिछले चार-पांच वर्षों से जो तैयारी करवाई जा रही थी, वह इस बार के पेपर से भिन्न थी। NEET 2025 में प्रश्न पत्र एम्स के स्तर का था। कोरोना काल में कई चीजें बदल गई थीं और कुछ अध्याय हटा दिए गए थे।
इसके अलावा, 200 मिनट में 180 प्रश्न हल करने होते थे, लेकिन इस बार समय घटाकर 180 मिनट कर दिया गया। छात्रों को 180 मिनट में 180 प्रश्न हल करने थे। लंबाई के कारण सभी प्रश्नों का प्रयास नहीं किया जा सका।