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डिफेंस कोचिंग सेंटर में छात्र को मिली गंभीर सजा, पिता ने उठाई आवाज

देहरादून स्थित एक डिफेंस कोचिंग सेंटर में एक छात्र को अनुशासन के नाम पर 400 उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। इस घटना ने छात्र के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। उसके पिता ने इस मामले को लेकर आपत्ति जताई और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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डिफेंस कोचिंग में अनुशासन पर सवाल

डिफेंस परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कोचिंग संस्थानों की अनुशासनात्मक नीतियों पर एक बार फिर से सवाल उठ खड़े हुए हैं। देहरादून की सेंचुरियन डिफेंस एकेडमी में एक छात्र को शिक्षक द्वारा दी गई कठोर सजा के चलते गंभीर चोटें आई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, छात्र को 400 बार उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उसके लिगामेंट को नुकसान पहुंचा और अब वह डिफेंस भर्ती के लिए अयोग्य हो गया है।


घटना 4 जुलाई को हुई, जब गणित के शिक्षक जय सिंह ने कक्षा में बात कर रहे एक छात्र को अनुशासन सिखाने के लिए 400 उठक-बैठक करने का आदेश दिया। छात्र की पहचान 18 वर्षीय शिलांग निवासी के रूप में हुई है, जो इस संस्थान में डिफेंस परीक्षा की तैयारी कर रहा था।


चोट और सूजन के कारण छात्र कई दिनों तक कक्षा में नहीं जा सका और बिस्तर पर पड़ा रहा। पीजी संचालक ने स्थिति को गंभीर मानते हुए उसे एक ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के पास भेजा, जहां उसे दर्द निवारक और सूजन कम करने वाली दवाएं दी गईं।


छात्र के पिता, बानजीत बर्मन, ने इस मामले पर गंभीर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस घटना ने उनके बेटे का भविष्य अंधकारमय कर दिया है, क्योंकि अब वह शारीरिक रूप से डिफेंस की आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकता।


10 जुलाई को बानजीत ने कोचिंग संस्थान को ईमेल भेजकर घटना की जानकारी दी और शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। संस्थान ने क्षमा मांगी और दोषी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।


बानजीत ने यह भी आरोप लगाया कि एकेडमी के एक प्रतिनिधि ने उनसे रूखे और आक्रामक तरीके से बात की, और उनके बेटे को तुरंत दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया गया, जबकि उसका एडमिशन पहले ही पूरा हो चुका था। इस स्थिति ने उन्हें परेशान किया और उन्होंने शिलांग पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। वहां से जीरो एफआईआर दर्ज कर मामले को देहरादून भेजा गया।