तेलंगाना में चिकित्सा प्रवेश प्रक्रिया का दस्तावेज सत्यापन शुरू
तेलंगाना में चिकित्सा प्रवेश प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण चरण शुरू हो गया है, जिसमें शारीरिक रूप से विकलांग श्रेणी और सशस्त्र बलों के कर्मियों के बच्चों के लिए दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया छात्रों के दावों की वैधता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। NEET परीक्षा में सफल छात्रों को सत्यापन के लिए उपस्थित होना होगा, जिससे काउंसलिंग और अंतिम सीट आवंटन की प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी।
Jun 27, 2025, 11:55 IST
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चिकित्सा प्रवेश प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण
तेलंगाना में चिकित्सा प्रवेश प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण चरण शुरू हो चुका है, जिसमें शारीरिक रूप से विकलांग श्रेणी (PHC) और सशस्त्र बलों के कर्मियों के बच्चों (CAP) के लिए दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। यह कदम इन विशेष श्रेणियों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए दावों की वैधता और पात्रता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।राज्य चिकित्सा प्रवेश प्राधिकरण, संभवतः कालोजी नारायण राव स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (KNRUHS), द्वारा इस सत्यापन प्रक्रिया का संचालन किया जा रहा है। इसमें सभी प्रस्तुत दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी। PHC श्रेणी के उम्मीदवारों को सक्षम चिकित्सा बोर्डों द्वारा जारी विकलांगता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं। इसी तरह, CAP श्रेणी के आवेदकों को सशस्त्र बलों के कर्मियों से अपने वंश को प्रमाणित करने वाले वैध दस्तावेज पेश करने होंगे।
यह कठोर सत्यापन प्रक्रिया प्रवेश प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बनाई गई है, जिससे आरक्षित कोटे के दुरुपयोग को रोका जा सके। यह NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) के परिणामों की घोषणा के बाद और विभिन्न कॉलेजों में चिकित्सा और दंत चिकित्सा सीटों के अंतिम आवंटन से पहले का एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिन छात्रों ने NEET परीक्षा में सफलता प्राप्त की है और इन विशेष कोटों के तहत आवेदन किया है, उन्हें सत्यापन के लिए सभी मूल दस्तावेजों के साथ निर्दिष्ट केंद्रों पर उपस्थित होना आवश्यक है। इस चरण के पूरा होने के बाद काउंसलिंग के अगले दौर और अंतिम सीट आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे इच्छुक चिकित्सा पेशेवर अपने लक्ष्यों के करीब पहुंच सकेंगे।