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दिल्ली विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रमों में बड़ा बदलाव: हटाए गए पांच पेपर और नया 'सिख शहादत' कोर्स

दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने पाठ्यक्रमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिसमें राजनीतिक विज्ञान विभाग से पांच पेपर हटाना और 'सिख शहादत' पर नया कोर्स शुरू करना शामिल है। यह निर्णय विश्वविद्यालय की स्थायी समिति की बैठक में लिया गया था, और कुछ शिक्षकों ने इस पर असहमति जताई है। इसके अलावा, रिसर्च प्रोजेक्ट्स के लिए नई गाइडलाइंस भी लागू की गई हैं। जानें इस बदलाव के पीछे के कारण और छात्रों को मिलने वाली नई सुविधाओं के बारे में।
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दिल्ली विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रमों में बड़ा बदलाव: हटाए गए पांच पेपर और नया 'सिख शहादत' कोर्स

दिल्ली विश्वविद्यालय का नया निर्णय

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की अकादमिक परिषद ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसमें राजनीतिक विज्ञान विभाग के पीजी पाठ्यक्रम से पाकिस्तान, चीन, इस्लाम और राजनीतिक हिंसा से संबंधित पांच विषयों को हटा दिया गया है। इसके साथ ही, 'सिख शहादत' पर आधारित एक नया इतिहास कोर्स भी शुरू करने की मंजूरी दी गई है, जो जनरल इलेक्टिव (GE) श्रेणी में पढ़ाया जाएगा।


पाठ्यक्रमों में बदलाव का कारण

यह निर्णय विश्वविद्यालय की स्थायी समिति की जून में हुई बैठक में लिए गए प्रस्ताव पर आधारित है। इस कदम से विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में वैचारिक बदलाव की ओर इशारा मिलता है, जिस पर कुछ शिक्षकों ने असहमति भी जताई है।


हटाए गए विषय

अकादमिक परिषद द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रमों में से निम्नलिखित विषयों को हटा दिया गया है:


  • पाकिस्तान और विश्व
  • समकालीन विश्व में चीन की भूमिका
  • इस्लाम और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  • पाकिस्तान: राज्य और समाज
  • धार्मिक राष्ट्रवाद और राजनीतिक हिंसा


विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, इन विषयों को हटाकर राजनीतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम को नए ऐतिहासिक और सामाजिक दृष्टिकोणों के साथ अद्यतन किया जा रहा है।


नया 'सिख शहादत' कोर्स

DU ने 'सिख शहादत' पर एक नया कोर्स शुरू करने की भी मंजूरी दी है, जो 'Centre for Independence and Partition Studies (CIPS)' के तहत संचालित होगा। इस कोर्स का उद्देश्य सिख समुदाय के ऐतिहासिक संघर्षों, धार्मिक उत्पीड़न और राज्य सत्ता के खिलाफ प्रतिरोध की घटनाओं को समझना है।


रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए नई गाइडलाइंस

अकादमिक परिषद ने फाइनल ईयर अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट, डिसर्टेशन और एंटरप्रेन्योरशिप से जुड़े कार्यों की निगरानी की प्रक्रिया को भी स्वीकृति दे दी है।


गाइडलाइंस के अनुसार, सभी फैकल्टी मेंबर छात्रों के रिसर्च, प्रोजेक्ट या एंटरप्रेन्योरशिप का पर्यवेक्षण कर सकते हैं।


शिक्षकों की आपत्ति

हालांकि, कुछ सदस्यों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। एक असहमति पत्र में चार सदस्यों ने कहा कि गाइडलाइंस में डिसर्टेशन गाइडेंस को लेकर कोई स्पष्ट समय प्रबंधन नहीं किया गया है।


पुराने छात्रों को राहत

DU ने 2016-2017 सत्र में दाखिला लेने वाले छात्रों को बैकलॉग क्लियर करने के लिए दो साल का अतिरिक्त समय देने का निर्णय लिया है।


रेडियो जॉकी प्रशिक्षण कोर्स

विश्वविद्यालय 'रेडियो जॉकीइंग' को स्किल एन्हांसमेंट कोर्स (SEC) के रूप में शुरू करने जा रहा है। इस कोर्स में छात्रों को वॉइस ट्रेनिंग, उच्चारण सुधार, स्टूडियो संचालन और लाइव शो होस्टिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।


SWAYAM और MOOCs पर विरोध

UGC की संशोधित 2021 अधिसूचना के तहत, विश्वविद्यालय अब कुल पाठ्यक्रम का 40% SWAYAM प्लेटफॉर्म के माध्यम से पढ़ा सकता है। हालांकि, इस प्रस्ताव का कई AC सदस्यों ने विरोध किया है।