बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन: STET परीक्षा की मांग

बिहार में अभ्यर्थियों का सड़कों पर उतारना
बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया है। यह पिछले पंद्रह दिनों में दूसरा मौका है जब विभिन्न जिलों से आए हजारों अभ्यर्थियों ने TRE-4 से पहले STET (बिहार राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा) आयोजित करने की मांग की है। उनका कहना है कि बेरोजगार युवाओं को शिक्षक भर्ती में अवसर देने के लिए एसटीईटी परीक्षा का आयोजन आवश्यक है।
पुलिस की बैरिकेडिंग और प्रदर्शनकारियों का आक्रोश
पटना कॉलेज से शुरू हुए इस जुलूस को डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया। प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भारी पुलिस बल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। पिछले प्रदर्शन में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के कारण अभ्यर्थियों का आक्रोश और बढ़ गया है। इस बार भी प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय की ओर बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट एमएस खान ने कहा, "यह प्रदर्शन प्रतिबंधित क्षेत्र में हो रहा है और इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।"
सरकार के फैसले से असंतोष
नीतीश सरकार ने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए शिक्षक भर्ती परीक्षा-4 (टीआरई-4) का ऐलान किया है। सरकार का कहना है कि टीआरई-4 के बाद 2026 में एसटीईटी का आयोजन होगा। हालांकि, प्रदर्शनकारी इस निर्णय से नाखुश हैं। उनका कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने साल में दो बार एसटीईटी आयोजित करने का वादा किया था, लेकिन पिछले डेढ़ साल में एक भी परीक्षा नहीं हुई। इस दौरान शिक्षक भर्ती के तीन चरण पूरे हो चुके हैं, जिसे अभ्यर्थी अन्याय मानते हैं।
प्रदर्शनकारियों की चेतावनी
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही एक छात्रा ने कहा, "अगर एसटीईटी आयोजित नहीं किया गया, तो वोट देना भी संभव नहीं है।" उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी और कोर्ट के आदेशों की अनदेखी का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो इसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। दस दिन पहले हुए प्रदर्शन में सरकार ने आश्वासन दिया था, लेकिन कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण अभ्यर्थी फिर से सड़कों पर उतर आए हैं।
तनावपूर्ण माहौल और पुलिस की तैनाती
प्रदर्शन को देखते हुए पटना में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सचिवालय तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।