महाराष्ट्र में शिक्षा सुधार: बच्चों के लिए नया गणित और विज्ञान कार्यक्रम

महाराष्ट्र में शिक्षा में नई तकनीक का समावेश
महाराष्ट्र शिक्षा सुधार: राज्य के स्कूली छात्रों की पढ़ाई को और अधिक रोचक और तकनीकी बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक नई योजना की शुरुआत की है। कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए गणित और विज्ञान को सरल, समझने योग्य और अनुभवात्मक बनाने के लिए नई पहल की गई है। इसके लिए खान अकादमी और श्री श्री ग्रामीण विकास ट्रस्ट (SSRDT) के साथ साझेदारी की गई है।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में साझेदारी का ऐलान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में यह सहयोग स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य बच्चों को पारंपरिक रटने वाली पढ़ाई से हटाकर वीडियो, मॉडल और अनुभव के माध्यम से सिखाना है। इससे विशेष रूप से ग्रामीण और सरकारी स्कूलों के छात्रों को लाभ होगा।
नया गणित-विज्ञान कार्यक्रम
बच्चों के लिए नया गणित-विज्ञान कार्यक्रम
खान अकादमी के सहयोग से, महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा 1 से 10 के छात्रों के लिए डॉ. जयंत नार्लीकर गणित और विज्ञान अधिगम संवर्धन कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम तीन वर्षों तक चलेगा और इसे एससीईआरटी द्वारा लागू किया जाएगा। इसमें बच्चों को वीडियो-आधारित पाठ, मराठी और अंग्रेज़ी में सामग्री और स्वयं अध्ययन के मॉड्यूल प्रदान किए जाएंगे.
स्कूलों में अनुभवात्मक बदलाव
स्कूलों में आएगा 'अनुभव' वाला बदलाव
श्री श्री ग्रामीण विकास ट्रस्ट की सहायता से 150 सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है, जहां आधारभूत संरचना, शिक्षकों का प्रशिक्षण, छात्रों के कौशल विकास और समुदाय की भागीदारी पर ध्यान दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य स्कूलों को केवल पढ़ाई का स्थान नहीं, बल्कि सीखने का जीवंत केंद्र बनाना है.
शिक्षा में तकनीक और अनुभव का समावेश
शिक्षा में तकनीक और अनुभव का मेल
यह योजना केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे स्कूल प्रणाली को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसमें PM SHRI और CM SHRI जैसे मॉडल स्कूलों को शामिल किया जाएगा ताकि नई शिक्षा नीति के अनुसार बच्चों को आधुनिक, तकनीकी आधारित और सोचने-समझने वाली शिक्षा मिल सके। इससे बच्चों की पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी.