Newzfatafatlogo

राजस्थान का मेयो कॉलेज: शिक्षा और जीवन के अनमोल अनुभव

राजस्थान का मेयो कॉलेज, जो 1875 में स्थापित हुआ, शिक्षा और जीवन के अनुभवों का अनूठा संगम है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ कई प्रसिद्ध व्यक्तियों की कहानियां भी जुड़ी हैं। इस स्कूल ने न केवल बॉलीवुड के सितारों को जन्म दिया, बल्कि कई प्रमुख अधिकारियों और लेखकों को भी तैयार किया है। जानें इस प्रतिष्ठित संस्थान की विशेषताएं, फीस और यहां के अनुभवों के बारे में।
 | 
राजस्थान का मेयो कॉलेज: शिक्षा और जीवन के अनमोल अनुभव

मेयो कॉलेज का परिचय


नई दिल्ली: कुछ लोग अपने सफर के माध्यम से स्टार या लेखक बनते हैं। राजस्थान का मेयो कॉलेज एक ऐसा प्रतिष्ठित स्कूल है, जहां शिक्षा के साथ-साथ जीवन की कहानियां भी बनती हैं। इस स्कूल की गलियां, लाइब्रेरी और हॉस्टल कई प्रसिद्ध व्यक्तियों को उनके करियर की शुरुआत देने में सहायक रहे हैं। आज भी, यह संस्थान अपनी परंपरा और आधुनिक शिक्षा के लिए जाना जाता है।


इतिहास और विकास

1875 में स्थापित यह बोर्डिंग स्कूल पहले केवल राजाओं और महाराजाओं के बच्चों के लिए था, लेकिन समय के साथ यह हर उस बच्चे के लिए खुल गया है जो बड़े सपने देखने की चाह रखता है। यहां से निकले कई सितारे और दिग्गज आज भी नए छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। स्कूल का नाम छठे अर्ल ऑफ मेयो के नाम पर रखा गया था, और अब यह आम परिवारों के लिए भी एक विशेष पहचान बन चुका है।


बॉलीवुड के सितारे

बॉबी देओल और विवेक ओबेरॉय ने अपनी स्कूली जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा यहीं बिताया। यहां की सख्त दिनचर्या, सुबह की पीटी, हॉस्टल की दोस्ती और कक्षाओं की पढ़ाई ने उन्हें अनुशासन सिखाया। बॉबी ने बाद में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और आज भी वह अपने फैंस के बीच लोकप्रिय हैं। विवेक ने अभिनय के साथ-साथ व्यवसाय में भी कदम रखा। पुराने शिक्षक बताते हैं कि ये दोनों पढ़ाई में ठीक थे, लेकिन आत्मविश्वास में हमेशा आगे रहते थे।


लेखन की प्रेरणा

विक्रम चंद्र ने इसी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि मेयो की लाइब्रेरी, खेतों, गांव के लोगों से बातचीत और हॉस्टल का अनुभव उनके अंदर एक लेखक की भावना को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल के अंदर और बाहर के अनुभव उनके लेखन में झलकते हैं, खासकर 'सेक्रेड गेम्स' में, जिसे विश्वभर में सराहा गया।


जीवन के अनुभव

स्कूल के पूर्व छात्र बताते हैं कि यहां किताबों से ज्यादा दोस्त, खेल के मैदान, सुबह की घंटी और हॉस्टल की बातें याद रहती हैं। ये अनुभव बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। कुछ छात्रों ने अपना पूरा बचपन यहीं बिताया, जबकि कुछ ने कुछ साल पढ़ाई की और आगे बढ़ गए। लेकिन जो भी यहां आया, वह स्कूल की सीख और यादों को अपने साथ लेकर गया।


प्रमुख पूर्व छात्र

भारत के पूर्व विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला भी मेयो कॉलेज के छात्र रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह स्कूल पहले भी शानदार था और आज भी है। यहां की शिक्षा और माहौल ने उन्हें जीवन और करियर की समझ दी। स्कूल से कई आईएएस, विदेश सेवा के अधिकारी, क्रिकेट कप्तान और कमेंटेटर निकले हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।


शिक्षा की लागत

मेयो कॉलेज की वार्षिक फीस लगभग ₹10,53,000 है, जिसमें पढ़ाई के अलावा हॉस्टल, खेल, लाइब्रेरी और अन्य गतिविधियों के चार्ज भी शामिल हैं।


डिटेल भारतीय निवासी/एनआरआई/ओसीआई (राशि रुपये में) लगभग। अवधि
स्कूल की फीस 1,053,000 प्रतिवर्ष
जमानत राशि 526,500 वन टाइम
प्रवेश शुल्क 250,000 वन टाइम
एकमुश्त आईटी शुल्क 42,000 वन टाइम
अग्रिम धन 80,000 वन टाइम
एकसमान अग्रिम 25,000 वन टाइम
विवरणिका और नमूना पत्र 1,000 -
पंजीकरण शुल्क 25,000 -


यह राशि अधिक लग सकती है, लेकिन स्कूल में मिलने वाली सुविधाएं भी उत्कृष्ट हैं। यहां बच्चों को हर प्रकार की शिक्षा, खेल और रहने की उत्तम व्यवस्था मिलती है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें।