अयोध्या में शादी की रात दूल्हा-दुल्हन की रहस्यमय मौत: क्या है सच?
दर्दनाक घटना ने अयोध्या को हिलाकर रख दिया

शादी के बाद सुहागरात, फिर मौत का सन्नाटा
अयोध्या के कैंट थाना क्षेत्र के सहादतगंज मुरावन टोला निवासी प्रदीप कुमार (24) की शादी मंतूराम की पुत्री शिवानी (22) से 7 मार्च को हुई थी। शादी के बाद, 9 मार्च को दुल्हन की विदाई हुई। शनिवार की रात, जब सभी परिवार वाले शादी की खुशियों में थे, तब दूल्हा-दुल्हन अपने कमरे में चले गए।
कमरे में क्या हुआ था? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का बड़ा खुलासा
रविवार सुबह जब दूल्हा-दुल्हन बाहर नहीं आए, तो परिवार वालों ने दरवाजा खटखटाया। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर खिड़की से झांका गया, जहां का दृश्य देखकर सभी चौंक गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा कि कमरा अंदर से बंद था, जिससे बाहरी व्यक्ति के प्रवेश की संभावना कम थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं:
- दुल्हन की मृत्यु गला दबाने से हुई।
- दूल्हे की मृत्यु फांसी लगाने से हुई।
- मृत्यु का समय रात 12 से 2 बजे के बीच बताया जा रहा है।
ये संकेत मिलते हैं कि पहले दुल्हन की हत्या की गई और फिर दूल्हे ने आत्महत्या कर ली।
मोबाइल में छिपा राज! पुलिस ने किया जब्त
इस घटना का एक महत्वपूर्ण पहलू दूल्हे का मोबाइल फोन है, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
- पुलिस को दुल्हन का मोबाइल फोन नहीं मिला।
- दूल्हे ने रात में किसी को अंतिम संदेश भेजा था।
- दुल्हन के पिता से उसका पुराना नंबर मांगा गया है।
शादी की खुशियों के बीच मातम का माहौल
इस घटना ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। रविवार को होने वाला प्रीतिभोज भी रद्द कर दिया गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही मोबाइल की डिटेल्स से कोई महत्वपूर्ण सुराग मिलेगा।
पुलिस जांच में कौन-कौन से एंगल?
पुलिस फिलहाल निम्नलिखित पहलुओं पर जांच कर रही है:
- दहेज का विवाद: क्या शादी के बाद किसी तरह की अनबन हुई थी?
- पारिवारिक तनाव: क्या परिवार के किसी सदस्य से कोई विवाद था?
- पिछले संबंध: क्या दूल्हा-दुल्हन के किसी पुराने रिश्ते की वजह से यह घटना हुई?
- मोबाइल चैट और कॉल रिकॉर्ड: दूल्हे द्वारा भेजे गए आखिरी मैसेज में क्या लिखा था?
- कमरे के अंदर के सुराग: क्या कोई और सबूत मिले हैं जो इस केस को हल कर सकते हैं?
अयोध्या पुलिस ने क्या कहा?
अयोध्या के एसएसपी राजकरण नय्यर ने बताया कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा:
“कमरा अंदर से बंद था, जिससे बाहरी व्यक्ति के शामिल होने की संभावना कम है। हमने मोबाइल को कब्जे में लिया है और फॉरेंसिक टीम हर एंगल से जांच कर रही है।”
निष्कर्ष: इस केस का सच कब आएगा सामने?
यह घटना न केवल चौंकाने वाली है बल्कि कई सवाल भी खड़े करती है। क्या यह वास्तव में हत्या और आत्महत्या का मामला है, या इसके पीछे कुछ और सच्चाई छिपी है? पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही मोबाइल डेटा से इस गुत्थी को सुलझाने में मदद मिलेगी।