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Legendary Actress Nazima Passes Away, Leaving a Void in Bollywood

The film industry is mourning the loss of legendary actress Nazima, who passed away at the age of 77. Known for her memorable roles in classic films, including 'Devdas', her death has left fans and colleagues heartbroken. With a career spanning decades, Nazima was celebrated for her performances and was affectionately referred to as Bollywood's 'Resident Sister'. Her brother confirmed the news, but the cause of her death remains undisclosed. As tributes pour in, many remember her contributions to Hindi cinema and the special place she held in the hearts of her audience.
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Legendary Actress Nazima Passes Away, Leaving a Void in Bollywood

Devdas की एक्ट्रेस नाजिमा का निधन

Devdas की एक्ट्रेस नाजिमा का निधन: फिल्म इंडस्ट्री से एक दुखद समाचार सामने आया है। 1960-70 के दशक की प्रसिद्ध अभिनेत्री नाजिमा का निधन हो गया है। उनके निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों और चाहने वालों को गहरे सदमे में डाल दिया है। सभी लोग उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। नाजिमा ने अपने करियर में हिंदी सिनेमा को कई यादगार फिल्में दी हैं और उनके प्रति लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान था। आज उनकी मृत्यु की खबर ने सभी की आंखों को नम कर दिया है।


भाई ने दी जानकारी

भाई ने की एक्ट्रेस के निधन की पुष्टि


नाजिमा ने हिंदी फिल्मों में बहनों और एक ईमानदार दोस्त का किरदार निभाया। उन्होंने 77 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कहा। उनके भाई ने उनके निधन की पुष्टि की है। हालांकि, उनकी मृत्यु के कारण के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।


नाजिमा का करियर

नाजिमा के बारे में


दिग्गज अभिनेत्री नाजिमा का जन्म 25 मार्च 1948 को हुआ था। उन्हें सपोर्टिंग रोल के लिए जाना जाता था और उन्होंने कई फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता। नाजिमा को बॉलीवुड की 'रेजिडेंट सिस्टर' के रूप में भी जाना जाता था।


बाल कलाकार के रूप में शुरुआत

बाल कलाकार के रूप में काम किया शुरू


नाजिमा ने 'बेबी चांद' नाम से बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्हें सुबोध मुखर्जी द्वारा निर्देशित 'अप्रैल फूल' (1964) में देखा गया, जहां उनकी अदाकारी की खूब सराहना हुई। इसके बाद उन्होंने जे. ओम प्रकाश की 'आए दिन बहार के' (1968) में भी काम किया, जिसने कई जगहों पर सिल्वर जुबली मनाई। अब नाजिमा हमारे बीच नहीं रही, और सभी उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।