Miss World 2025: ओपल सुचाता ने जीता ताज, भारत की नंदिनी गुप्ता ने किया शानदार प्रदर्शन

हैदराबाद में मिस वर्ल्ड 2025 का भव्य आयोजन
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में HITEX प्रदर्शनी केंद्र में 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें 108 सुंदरियों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की शुरुआत शाम 6:30 बजे हुई, जिसमें प्रतियोगियों का भव्य परिचय कराया गया। इसके बाद, प्रत्येक महाद्वीप से शीर्ष 10 प्रतिभागियों की घोषणा की गई, जिसने दर्शकों में उत्साह और रोमांच भर दिया।
ओपल सुचाता ने रचा नया इतिहास
थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंग्सरी ने मिस वर्ल्ड 2025 का ताज जीतकर न केवल अपने देश का नाम रोशन किया, बल्कि सौंदर्य, आत्मविश्वास और बुद्धिमत्ता का प्रतीक बनकर उभरीं। अंतिम चार प्रतियोगियों में उनके अलावा मिस इथियोपिया, मिस पोलैंड और मिस मार्टिनिक थीं। मिस इथियोपिया को दूसरा, मिस पोलैंड को तीसरा और मिस मार्टिनिक को चौथा स्थान मिला।
निर्णायक सवाल-जवाब राउंड
शीर्ष 4 की घोषणा के बाद निर्णायक मोड़ आया जब जूरी ने सभी प्रतिभागियों से एक सवाल पूछा। इस राउंड ने प्रतिभागियों की समझ, सोच और सामाजिक दृष्टिकोण को परखा। ओपल ने प्रभावशाली उत्तर देकर न केवल जूरी को प्रभावित किया, बल्कि दर्शकों का दिल भी जीत लिया।
भारत की नंदिनी गुप्ता का प्रदर्शन
भारत की नंदिनी गुप्ता ने प्रतियोगिता में भाग लिया और शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया। वे महाद्वीपीय विजेताओं की श्रेणी में एशिया से चयनित हुईं और टॉप मॉडल चैलेंज में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि, वे शीर्ष 8 में जगह बनाने से चूक गईं, जिससे भारतीय दर्शकों को थोड़ी निराशा हाथ लगी। फिर भी, उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व कर गर्व का अनुभव कराया।
अन्य महाद्वीपीय विजेता
नंदिनी के साथ अन्य महाद्वीपीय विजेताओं में शामिल थीं:
1. मिस आयरलैंड जैस्मीन गेरहार्ट (यूरोप)
2. मिस नामीबिया सेल्मा कामन्या (अफ्रीका)
3. मिस मार्टिनिक ऑरेली जोआचिम (अमेरिका और कैरिबियन)
इन प्रतिभागियों ने विभिन्न राउंड्स में शानदार प्रदर्शन कर अपनी-अपनी महाद्वीपीय पहचान को मजबूत किया।
नारी शक्ति और सौंदर्य की वैश्विक पहचान
मिस वर्ल्ड 2025 केवल एक सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह नारी सशक्तिकरण, सामाजिक उत्तरदायित्व और वैश्विक प्रतिनिधित्व का प्रतीक बन चुकी है। ओपल सुचाता की जीत यह दर्शाती है कि आत्मविश्वास, प्रतिभा और सहृदयता से महिलाएं विश्व मंच पर नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।