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अनिरुद्धाचार्य के विवादास्पद बयान पर खुशबू पटानी का तीखा जवाब

आध्यात्मिक गुरु अनिरुद्धाचार्य के लिव-इन रिलेशनशिप पर दिए गए विवादास्पद बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दिशा पटानी की बहन खुशबू पटानी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। अनिरुद्धाचार्य ने अपने बयान का बचाव करते हुए एक नया वीडियो साझा किया है, जबकि खुशबू ने उन्हें 'महिला-विरोधी' करार दिया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और दोनों पक्षों के तर्क।
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अनिरुद्धाचार्य के विवादास्पद बयान पर खुशबू पटानी का तीखा जवाब

अनिरुद्धाचार्य का विवादास्पद बयान

अनिरुद्धाचार्य का नया वीडियो: आध्यात्मिक गुरु अनिरुद्धाचार्य के लिव-इन रिलेशनशिप पर दिए गए विवादास्पद बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दिशा पटानी की बहन, खुशबू पटानी के प्रतिक्रिया के बाद, अनिरुद्धाचार्य ने अपने बयान का बचाव करते हुए एक नया वीडियो साझा किया, जिसने विवाद को और बढ़ा दिया। खुशबू ने इंस्टाग्राम पर अपने विचार स्पष्ट करते हुए अपनी स्थिति को मजबूत किया।


खुशबू पटानी की प्रतिक्रिया

पिछले हफ्ते अनिरुद्धाचार्य के बयान में उन्होंने 25 वर्षीय महिलाओं को '4-5 जगह मुंह मारने वाली' कहा, जिससे सोशल मीडिया पर भारी बवाल मच गया। इस पर खुशबू पटानी ने उन्हें 'राष्ट्र-विरोधी' और 'पाखंडी' करार दिया।


अनिरुद्धाचार्य का वीडियो

लिव-इन रिलेशनशिप पर अनिरुद्धाचार्य का वीडियो


अनिरुद्धाचार्य ने 2 अगस्त 2025 को एक नया वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा, 'हमने कहा कि लिव-इन में रहना गलत है। तो लोग क्या कर रहे हैं? विरोध कर रहे हैं। इस कलयुग में आप सत्य नहीं बोल सकते। कलयुग में आप वैश्यों को वैश्य नहीं बोल सकते।' इस वीडियो ने तेजी से वायरल हो गया।




कई यूजर्स ने इसे खुशबू पटानी पर तंज माना। इस बयान ने लिव-इन रिलेशनशिप और सामाजिक मानदंडों पर बहस को और गहरा किया।


खुशबू पटानी का जवाब

खुशबू पटानी का जवाब


खुशबू पटानी, जो एक पूर्व मेजर और फिटनेस कोच हैं, ने अनिरुद्धाचार्य के बयान को 'महिला-विरोधी' बताते हुए तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, 'अगर ये मेरे सामने होता, तो मैं इसे समझा देती कि मुंह मारना क्या होता है। ये राष्ट्र-विरोधी हैं।' इसके बाद, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने उनके कमेंट को विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के गुरु प्रेमानंद जी महाराज से जोड़कर विवाद खड़ा कर दिया।


खुशबू ने 3 अगस्त 2025 को इंस्टाग्राम पर अपनी सफाई देते हुए कहा, 'मेरी टिप्पणी इसी वीडियो के बारे में थी। मुझे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और मेरा नाम प्रेमानंद जी महाराज जैसे संतों से जोड़ा जा रहा है ताकि मुझे बदनाम किया जा सके।' उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी आलोचना केवल अनिरुद्धाचार्य के बयान तक सीमित थी।