Newzfatafatlogo

अभिषेक बच्चन ने फिल्मफेयर अवॉर्ड 2025 में बेस्ट एक्टर का खिताब जीता

अभिषेक बच्चन ने 70वें हुंडई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 में बेस्ट एक्टर का खिताब जीता, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इस अवसर पर उन्होंने अपने परिवार का जिक्र करते हुए अपने संघर्ष और धैर्य की कहानी साझा की। अभिषेक ने यह पुरस्कार अपनी पत्नी और बेटी को समर्पित किया, जो समारोह में उपस्थित नहीं थीं। जानें इस भावुक पल के बारे में और कैसे उन्होंने अपने सपनों को साकार किया।
 | 
अभिषेक बच्चन ने फिल्मफेयर अवॉर्ड 2025 में बेस्ट एक्टर का खिताब जीता

फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 का जादुई पल


फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025: अहमदाबाद में 11 अक्टूबर को आयोजित 70वें हुंडई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में अभिषेक बच्चन के लिए यह एक सपने के सच होने जैसा अनुभव था। उन्होंने अपनी फिल्म 'आई वांट टू टॉक' के लिए बेस्ट एक्टर का प्रतिष्ठित ब्लैक लेडी ट्रॉफी जीता। यह उनका पहला बेस्ट एक्टर अवॉर्ड था, जिसे उन्होंने कार्तिक आर्यन के साथ साझा किया। पुरस्कार ग्रहण करते समय अभिषेक की आंखों में भावनाएं झलक रही थीं, उनके चेहरे पर गर्व और विनम्रता दोनों दिखाई दे रही थीं।


इस खास पल को अमिताभ बच्चन के 83वें जन्मदिन ने और भी खास बना दिया। पुरस्कार लेते समय अभिषेक ने कहा, 'इस साल मेरे फिल्म करियर के 25 साल पूरे हुए हैं, और मैं नहीं जानता कि मैंने इस क्षण के लिए कितनी बार दर्पण के सामने भाषण का अभ्यास किया है। यह एक सपना रहा है।' उन्होंने आगे कहा, 'कार्तिक बहुत भावुक हो गए और अब मुझे भी भावुक कर दिया। मुझे लगा था मैं नहीं रोऊंगा, लेकिन आज... यह पल मेरे करियर का सबसे खास पल है।'


संघर्ष और धैर्य की कहानी

'यह आसान नहीं रहा, लेकिन यह इसके लायक है'


अपनी स्पीच में अभिषेक ने अपने करियर के संघर्ष और धैर्य की कहानी साझा की। उन्होंने कहा, 'पिछले 25 वर्षों में मेरे साथ काम करने वाले सभी निर्देशकों और निर्माताओं का धन्यवाद। यह सफर आसान नहीं रहा, लेकिन हर उतार-चढ़ाव ने मुझे कुछ सिखाया है। यह निश्चित रूप से इसके लायक रहा है।' उन्होंने यह भी कहा कि यह अवॉर्ड उन सभी के लिए है जो अपने सपनों पर विश्वास रखते हैं। 'अगर आपका कोई सपना है, तो उस पर भरोसा रखें, खुद पर यकीन रखें और हर दिन उसे पूरा करने के लिए मेहनत करें। 25 साल का समय लंबा होता है, लेकिन सच्ची लगन कभी बेकार नहीं जाती।'


परिवार को समर्पित

ऐश्वर्या और आराध्या को किया समर्पित


अभिषेक ने अपने भाषण के अंत में अपने परिवार का जिक्र करते हुए कहा, 'ऐश्वर्या और आराध्या, मुझे अपने सपनों को साकार करने का मौका देने के लिए धन्यवाद। मैं जानता हूं कि उनके त्याग के बिना मैं आज यहां नहीं होता। यह फिल्म एक पिता और बेटी की कहानी है, इसलिए मैं यह ट्रॉफी अपने दो हीरोज को समर्पित करता हूं।' उन्होंने यह पुरस्कार अपनी मां जया बच्चन, बहन श्वेता बच्चन और भतीजी नव्या नवेली नंदा की मौजूदगी में ग्रहण किया। हालांकि, उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन और बेटी आराध्या बच्चन समारोह में उपस्थित नहीं थीं.