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अर्जुन चक्रवर्ती: कबड्डी के जुनून की कहानी का टीज़र जारी

अर्जुन चक्रवर्ती का टीज़र हाल ही में जारी किया गया है, जो एक कबड्डी खिलाड़ी की प्रेरणादायक कहानी को दर्शाता है। इस फिल्म में विजय रामाराजू मुख्य भूमिका में हैं, और इसका निर्देशन विजय कुमार कोंडा ने किया है। टीज़र में खेल के प्रति जुनून, संघर्ष और व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना करने की कहानी को दर्शाया गया है। 1980 के दशक की पृष्ठभूमि में सेट, यह फिल्म कबड्डी की सांस्कृतिक जड़ों को भी उजागर करती है। जानें इस फिल्म के बारे में और क्या खास है।
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अर्जुन चक्रवर्ती: कबड्डी के जुनून की कहानी का टीज़र जारी

टीज़र का अनावरण

अर्जुन चक्रवर्ती का बहुप्रतीक्षित टीज़र अब उपलब्ध है, जो खेल, जुनून और दृढ़ता की गहन दुनिया का एक आकर्षक परिचय देता है। इस पीरियड स्पोर्ट्स ड्रामा का निर्देशन विजय कुमार कोंडा ने किया है, जिसमें विजय रामा राजू मुख्य भूमिका में हैं। टीज़र में भावनाओं का ज्वार, एक्शन से भरे दृश्य और एक ऐसा सफर दिखाया गया है जो खेल के प्रति जुनून और सिनेमाई प्रतिभा का संगम है। शानदार दृश्यों और दिल को छू लेने वाले संगीत के साथ, अर्जुन चक्रवर्ती दर्शकों पर एक गहरी छाप छोड़ने के लिए तैयार है।


कहानी का सार

यह स्पोर्ट्स ड्रामा एक वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित है, जिसमें एक कबड्डी खिलाड़ी के जीवन की झलक दिखाई गई है, जो गौरव, पतन और मुक्ति के सफर से गुजरता है। टीज़र की शुरुआत अभिनेता अजय की आवाज़ से होती है, जिसमें अर्जुन चक्रवर्ती को एक समय का प्रसिद्ध कबड्डी चैंपियन बताया गया है। दृश्य जल्द ही एक चौंकाने वाले विरोधाभास में बदल जाते हैं: अर्जुन, जो अब अव्यवस्थित और ऊबड़-खाबड़ है, सड़कों पर जीवन यापन कर रहा है और शराब की लत से जूझता हुआ नजर आता है।


1980 के दशक की पृष्ठभूमि

इस फिल्म की कहानी 1980 के दशक की पृष्ठभूमि में बुनी गई है, जो पुरानी यादों और प्रेरणा का संगम प्रस्तुत करती है। टीज़र का वास्तविक लहज़ा और भावनात्मक गहराई अर्जुन की न केवल प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ, बल्कि उसके व्यक्तिगत दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई पर भी केंद्रित है, साथ ही कबड्डी की सांस्कृतिक जड़ों को भी उजागर करती है। विग्नेश भास्करन द्वारा रचित संगीत और विजय रामाराजू के अभिनय ने टीज़र में एक गहरा आकर्षण जोड़ा है। फिल्म का छायांकन जगदीश चीकाटी ने किया है और संपादन प्रदीप नंदन ने किया है।


निर्देशक का दृष्टिकोण

निर्देशक विक्रांत रुद्र ने बताया कि इस फिल्म के पीछे 9 वर्षों का संघर्ष है। उन्होंने कहा, 'एक माँ 9 महीने तक अपने गर्भ में एक बच्चे को पालती है, लेकिन मैंने इस फिल्म को दुनिया को दिखाने के लिए 9 साल सहन किए हैं। जब मैं 12 साल का था, तब मैंने कबड्डी सीखने के दौरान अर्जुन चक्रवर्ती नामक व्यक्ति से मुलाकात की। उनकी कहानी ने मुझे भावुक कर दिया और मुझे इसे दुनिया को बताने का दृढ़ संकल्प दिया।' निर्माता ने सहयोग किया, भले ही बजट अपेक्षा से अधिक था। हीरो विजय रामाराजू ने खुद को बहुत बदल लिया है। मैंने इस फिल्म के लिए सिक्स-पैक भी बनाए। यह मेरे जीवन की एक यादगार फिल्म है।'


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