आमिर खान ने स्वीकारा: गाने में महिलाओं को वस्तु के रूप में दिखाना गलत था

आमिर खान का बयान
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आमिर खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में संदीप रेड्डी वांगा के उस बयान पर अपनी राय व्यक्त की, जिसमें उन्होंने आमिर के गाने 'लड़की है या चढ़ी है, खंभे जी खड़ी है' में महिलाओं को वस्तु के रूप में दर्शाने की बात की थी। आमिर ने इस बात को स्वीकार किया कि उनके गाने में महिलाओं को वस्तु के रूप में दिखाया गया है।
महिलाओं को वस्तु के रूप में दिखाने पर आमिर का विचार
आमिर खान ने जूम पर एक विशेष बातचीत में कहा, "मैंने ऐसा किया और उस समय मुझे लगा कि यह ठीक है। लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि यह ठीक नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "अगर मैं कोई गलती करता हूं तो मुझे माफी मांगने में कोई आपत्ति नहीं है। मुझे यह भी लगता है कि अपने करियर की शुरुआत में मैंने ऐसी चीजें कीं जो सही नहीं थीं, जैसे महिलाओं को वस्तु के रूप में दिखाना।"
गाने 'खंबे जैसी खड़ी है' पर आमिर का दृष्टिकोण
आमिर ने गाने 'खंबे जैसी खड़ी है' के बारे में चर्चा करते हुए कहा, "इंद्र कुमार के गाने में महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई किया गया है। गाने के बोल में भी आप लड़की को ऑब्जेक्टिफाई कर रहे हैं। एक लाइन में मैंने लड़की की तुलना 25 चीजों से कर दी है। यह अच्छी बात नहीं है। मैंने अपने शो 'सत्यमेव जयते' में इस विषय पर बात की है। हमने मर्दानगी पर एक एपिसोड किया था और मुझे लगा कि मैंने उस समय गलती कर दी।"
संदीप वांगा की टिप्पणी
गौरतलब है कि संदीप रेड्डी वांगा ने आमिर खान के गाने पर टिप्पणी की थी, जब आमिर की पूर्व पत्नी किरण राव ने उनकी फिल्म 'एनिमल' की आलोचना की थी। उस समय संदीप ने कहा था कि फिल्म 'दिल' के गाने 'खंबे जैसी खड़ी है' में महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई किया गया है।