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इकरा हसन ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर उठाए गंभीर सवाल

समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने भारतीय चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बुर्के में रहने वाली महिलाओं के चेहरे को देखने और वोटर्स के वीडियो मांगने पर आयोग की दलीलों पर आपत्ति जताई। इकरा ने चुनावी गड़बड़ियों की शिकायतों की अवधि को भी संक्षिप्त बताया और आयोग की मंशा पर सवाल उठाए। जानें उनके विचार और चुनावी प्रक्रिया पर उनके चिंतन के बारे में।
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इकरा हसन ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर उठाए गंभीर सवाल

इकरा हसन की प्रतिक्रिया

इकरा हसन का बयान: समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक वीडियो में कहा कि बुर्के में रहने वाली महिलाओं के चेहरे को बिना बुर्का हटाए देखा जाता है, जबकि वोटर्स के वीडियो मांगने पर आयोग ने कहा कि ये मां-बहन के वीडियो हैं। चुनाव आयोग ने बिहार SIR और ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारतीय लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है।



आपत्तियों की अवधि पर उठाए सवाल


इकरा हसन ने यह भी कहा कि चुनावी गड़बड़ियों की शिकायतें आयोग तक कैसे पहुंचेंगी, जब शिकायत करने की अवधि इतनी कम है और सभी चीजें लिखित में होनी हैं। उनके अनुसार, जो समय दिया गया है, वह पर्याप्त नहीं है। पत्रकार वार्ता में केवल एक स्क्रिप्ट पढ़ी गई, और चुनाव आयोग की लिस्ट और वीडियो सार्वजनिक करने की कोई मंशा नहीं है, क्योंकि इससे धांधली का पता चल सकता है।


उन्होंने कहा कि 65 लाख हटाए गए वोटर्स के नाम तो प्रकाशित किए गए हैं, लेकिन सुधार का समय केवल एक तारीख तक सीमित है। इतनी जल्दी लोग अपनी नाम की जांच कैसे कर पाएंगे? वीडियो को गलत तरीके से एडिट करने की घटनाएं हमारे साथ हुईं, लेकिन तब कानून ने कुछ नहीं कहा। कई महिलाओं के साथ गलत वीडियो की घटनाएं हुईं, लेकिन अब जब खुद को बचाना है, तो आयोग दलील दे रहा है कि मां-बहनों का वीडियो कैसे दें?