उपासना कामिनेनी का एग फ्रीजिंग पर बयान: महिलाओं के लिए एक नई बहस का आगाज़
उपासना का विवादास्पद बयान
नई दिल्ली: उपासना कामिनेनी कोनिडेला ने IIT हैदराबाद में दिए अपने बयान में महिलाओं के लिए एग फ्रीजिंग को एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय बताया। इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। आलोचनाओं के बीच, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य महिलाओं के प्रेगनेंसी विकल्पों और करियर की समयसीमा पर सार्थक चर्चा शुरू करना था, न कि विवाद उत्पन्न करना।
सोशल मीडिया पर उपासना की प्रतिक्रिया
बुधवार शाम को X पर साझा की गई एक पोस्ट में उपासना ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने एक स्वस्थ बहस की शुरुआत की है और लोगों के सम्मानजनक उत्तरों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे आवश्यक बातचीत का हिस्सा मानते हुए आगे भी अपने विचार साझा करने का इरादा जताया।
उपासना का व्यक्तिगत अनुभव
उपासना का सोशल मीडिया पोस्ट
अपनी पोस्ट में उपासना ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने 27 साल की उम्र में प्यार और साथी के लिए शादी की, यह निर्णय उन्होंने अपनी शर्तों पर लिया। 29 साल की उम्र में, उन्होंने व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों से अपने अंडों को फ्रीज़ करने का निर्णय लिया। 36 साल की उम्र में उनका पहला बच्चा हुआ और अब 39 साल की उम्र में वह जुड़वां बच्चों की उम्मीद कर रही हैं। उनके लिए शादी और करियर एक-दूसरे के मुकाबले नहीं हैं, बल्कि ये दोनों जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। उन्होंने कहा कि टाइमलाइन तय करना उनका अधिकार है, न कि कोई विशेषाधिकार।
IIT हैदराबाद में विवाद का केंद्र
IIT हैदराबाद में दिया बयान बना विवाद का केंद्र
अपने संबोधन में उपासना ने कहा कि महिलाओं के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा उपाय अपने अंडों को फ्रीज़ करवाना है। इससे वे तय कर सकती हैं कि कब शादी करनी है और कब बच्चे पैदा करने हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विवाह में रुचि पर पूछे गए सवाल में पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में अधिक हाथ उठाए, जबकि महिलाएं अधिक करियर-उन्मुख नजर आईं। इसे उन्होंने प्रोग्रेसिव भारत की नई तस्वीर बताया।
समर्थन और आलोचना
समर्थन और आलोचना
उनकी टिप्पणी को कुछ विशेषज्ञों और कार्यरत महिलाओं का समर्थन मिला, जो महिलाओं के आत्मनिर्णय और भविष्य की योजना को महत्वपूर्ण मानते हैं। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि एग फ्रीज़िंग भारत में अधिकांश महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से पहुंच से बाहर है और यह सलाह व्यापक सामाजिक-आर्थिक वास्तविकताओं को नहीं दर्शाती।
लगातार प्रतिक्रियाओं के बीच, उपासना ने स्पष्ट किया कि वह केवल अपने बयान का बचाव नहीं करेंगी, बल्कि एग फ्रीज़िंग को उन विकल्पों में से एक के रूप में पेश करती रहेंगी जो महिलाओं को महत्वाकांक्षा, जैविक समय और सामाजिक अपेक्षाओं के बीच संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं।
