एथीस्ट कृष्णा का निधन: डिजिटल दुनिया में शोक की लहर

एथीस्ट कृष्णा का निधन
हैदराबाद के प्रसिद्ध डिजिटल कंटेंट निर्माता 'एथीस्ट कृष्णा' का 23 जुलाई को निमोनिया के चलते निधन हो गया। वे अपनी हास्य सामग्री और दिल को छू लेने वाले फोटोज़शॉप एडिट्स के लिए जाने जाते थे। उनके भाई ने एक व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से उनके निधन की पुष्टि की, जिससे इंटरनेट पर शोक की लहर दौड़ गई।
कौन थे एथीस्ट कृष्णा?
'एथीस्ट कृष्णा' के नाम से मशहूर कृष्णा ने इंटरनेट पर एक विशेष पहचान बनाई थी। वे अपने तीखे व्यंग्य, समय पर मीम्स और भावनात्मक डिजिटल एडिट्स के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने पुरानी तस्वीरों को इस तरह से प्रस्तुत किया कि दर्शक भावुक हो जाएं। उनके द्वारा बनाई गई छवियां न केवल मनोरंजन करती थीं, बल्कि यादों से भी जोड़ती थीं।
सोशल मीडिया से PM तक पहुंची लोकप्रियता
शुरुआत में उनकी सामग्री सीमित दर्शकों तक ही पहुंची, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने पूरे देश में अपनी पहचान बना ली। उनकी प्रतिभा को असली पहचान तब मिली जब अभिनेता अक्षय कुमार ने एक वीडियो साझा कर उनकी तारीफ की।
अक्षय ने PM मोदी को दिखाया था मीम
अक्षय ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृष्णा द्वारा बनाया गया एक मीम दिखाया था, जिसे देखकर प्रधानमंत्री ने जोर से हंसी मजाक किया। अक्षय ने कहा, "हाय कृष्णा, मैं अक्षय हूं। मेरे कुछ दोस्तों ने तुम्हारा काम दिखाया और यह वाकई शानदार है। तुम लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाते हो।"
PM मोदी ने शेयर किया था वीडियो
पीएम मोदी ने एक्स पर वीडियो साझा करते हुए कहा था कि उन्हें भी खुद को नाचते हुए देखकर अच्छा लगा। चुनावी समय में ऐसी रचनात्मकता वाकई आनंददायक है।
अचानक मौत ने सबको झकझोरा
हाल के हफ्तों में कृष्णा बीमार थे और एक सर्जरी की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान उन्हें निमोनिया हो गया। उनकी तबीयत तेजी से बिगड़ी और मंगलवार सुबह 4:30 बजे उनका निधन हो गया। सबसे पहले @nainaverse नामक एक सोशल मीडिया यूजर ने यह खबर साझा की, जिसे बाद में परिवार ने भी पुष्टि की।
डिजिटल दुनिया में शोक की लहर
उनके निधन की खबर सुनते ही इंटरनेट पर शोक की लहर फैल गई। हजारों प्रशंसकों और साथी कलाकारों ने उनके योगदान को याद किया। अभिनेत्री रूपाली गांगुली ने उन्हें याद करते हुए कहा कि कृष्णा केवल एक विज़ुअल व्यंग्यकार नहीं थे, बल्कि एक भावुक इंसान थे। उन्होंने कहा, "उनके मीम्स हंसाते थे, लेकिन आज उनकी खामोशी दिल तोड़ गई।"
लेखक आनंद रंगनाथन ने भी दुख व्यक्त किया और कृष्णा को "एक प्रतिभाशाली और दयालु आत्मा" बताया। उन्होंने कृष्णा की एक पुरानी रचना साझा करते हुए लिखा कि उसमें भावनाओं को "मुस्कान के माध्यम से" बड़ी सुंदरता से प्रकट किया गया था।