एस एस राजामौली का 52वां जन्मदिन: एक सफल फिल्म निर्माता की प्रेरणादायक कहानी
एस एस राजामौली, जो आज 52 वर्ष के हो गए हैं, भारतीय सिनेमा के सबसे सफल निर्देशकों में से एक हैं। उनकी फिल्में जैसे बाहुबली और आरआरआर ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई, बल्कि कई कलाकारों को सुपरस्टार भी बनाया। जानें उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानी, उनके संघर्ष और सफलता के सफर के बारे में।
Oct 10, 2025, 12:37 IST
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एस एस राजामौली का जन्मदिन
बाहुबली और आरआरआर जैसी सफल फिल्मों के निर्माता एस एस राजामौली आज 10 अक्टूबर को अपने 52वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। राजामौली भारतीय सिनेमा के सबसे प्रमुख निर्देशकों में से एक माने जाते हैं। उनकी फिल्मों में काम करने वाले अभिनेता अक्सर सुपरस्टार बन जाते हैं। अब तक, उन्होंने एक भी असफल फिल्म नहीं दी है, और उनकी हर फिल्म ने करोड़ों की कमाई की है। हालांकि, उनके करियर में एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने कठिनाइयों का सामना किया। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं...
जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
एस एस राजामौली का जन्म 10 अक्टूबर 1973 को कर्नाटक के मैसूर जिले में एक तेलुगू परिवार में हुआ। उनके पिता वी. विजेन्द्र प्रसाद एक प्रसिद्ध पटकथा लेखक थे, जबकि उनकी मां एक गृहिणी थीं। राजामौली का पूरा नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली है। कहा जाता है कि उनकी मां ने भगवान शिव के मंदिर श्रीशैलम में एक सपना देखा था, जिसके बाद उनका जन्म हुआ। इसीलिए उनका नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली रखा गया।
कम उम्र में काम की शुरुआत
राजामौली का परिवार 360 एकड़ भूमि का मालिक था, लेकिन उनके पिता और चाचा का फिल्म निर्माण के प्रति जुनून इतना बढ़ गया कि उन्होंने अपनी सारी जमीन बेच दी। इस पैसे का उपयोग फिल्मों में किया गया, लेकिन कई फिल्में असफल रहीं, जिससे परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। परिवार की मदद के लिए राजामौली ने कम उम्र में ही काम करने का निर्णय लिया।
परिवार की किस्मत बदलने की यात्रा
राजामौली ने 20 साल की उम्र से काम करना शुरू किया। उन्होंने मेहनत और समर्पण से न केवल अपनी बल्कि अपने परिवार की किस्मत भी बदल दी। उन्होंने फिल्म संपादक के. वेंकटेश्वर राव के साथ प्रशिक्षु के रूप में काम किया, फिर अपने पिता के निर्देशन में सहायक बने और बाद में स्क्रिप्ट लेखन का कार्य किया।
हिट फिल्मों की श्रृंखला
2001 में, एस एस राजामौली ने 'स्टूडेंट नंबर 1' फिल्म बनाई, जो सफल रही। इसके बाद, उन्होंने 2003 में जूनियर एनटीआर के साथ 'सिम्हाद्री' बनाई, जो एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इसके बाद उन्होंने 'साई', 'यामाडोंगा', 'मगधीरा', 'छत्रपति', 'विक्रमर्कुडु', और 'मर्यादा रमन्ना' जैसी कई सफल फिल्में दीं।
सुपरस्टार बनाने की कला
राजामौली ने अपनी उत्कृष्ट फिल्मों के माध्यम से सामंथा रुथ प्रभु, राम चरन तेजा, रवि तेजा, सुनील, प्रभास, नितिन और जूनियर एनटीआर जैसे कई कलाकारों को सुपरस्टार बना दिया। 2016 में, उन्हें सरकार द्वारा 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, उन्हें तीन फिल्मफेयर अवार्ड, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और नंदी पुरस्कार जैसे कई अन्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।