कृति खरबंदा का फिल्मी सफर: संघर्ष और सफलता की कहानी
कृति खरबंदा का करियर
मुंबई: कृति खरबंदा ने कन्नड़ और तेलुगु सिनेमा में अपनी खूबसूरती और अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है। बॉलीवुड में कदम रखते समय उनके सपने बड़े थे, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। साउथ फिल्मों में मिली पहचान और सफलता हिंदी सिनेमा में धीरे-धीरे धुंधली होती गई।
कृति ने 2016 में इमरान हाशमी के साथ फिल्म 'राज रीबूट' से बॉलीवुड में कदम रखा। यह एक हॉरर थ्रिलर थी, जिससे दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह असफल रही। इस प्रकार, कृति का करियर निराशाजनक शुरुआत के साथ शुरू हुआ।
कृति का फिल्मी सफर
कृति खरबंदा का फिल्मी सफर कैसा रहा?
इसके बाद कृति ने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन हर बार परिणाम उम्मीदों के विपरीत निकला।
- 'गेस्ट इन लंदन' (2017) – एक कॉमेडी फिल्म जो दर्शकों को हंसा नहीं सकी।
- 'वीरे की वेडिंग' (2018) – कहानी और स्क्रिप्ट की कमजोरी के कारण फ्लॉप।
- 'यमला पगला दीवाना: फिर से' (2018) – देओल परिवार की इस फिल्म से भी कृति को कोई फायदा नहीं हुआ।
- 'पागलपंती' (2019) – जॉन अब्राहम, अरशद वारसी और पुलकित सम्राट जैसे सितारों के बावजूद फिल्म दर्शकों को नहीं भा सकी।
इन फिल्मों के परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया कि केवल स्टारकास्ट ही नहीं, बल्कि कहानी और निर्देशन भी फिल्म की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
'हाउसफुल 4' बनी करियर की एकमात्र हिट फिल्म
'हाउसफुल 4' ने दी नई दिशा
कृति के करियर में एक नई रोशनी लेकर आई फिल्म 'हाउसफुल 4' (2019)। इस मल्टीस्टारर फिल्म में उनके साथ अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, बॉबी देओल, कृति सेनन और पूजा हेगड़े जैसे बड़े नाम थे। फिल्म ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की और साल की सबसे बड़ी हिट्स में शामिल हुई। हालांकि, फिल्म की सफलता का श्रेय मुख्य रूप से स्टारकास्ट और हास्य दृश्यों को मिला, कृति का योगदान चर्चा में कम रहा।
कृति ने कई प्रसिद्ध प्रोडक्शन हाउस और निर्देशकों के साथ काम किया, लेकिन वह उस मुकाम तक नहीं पहुंच सकीं जिसकी वह हकदार थीं। उन्हें कई बार ग्लैमरस भूमिकाएं मिलीं, लेकिन ऐसे किरदार नहीं मिले जो उनके अभिनय कौशल को उजागर कर सकें।
