केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना: नया वीडियो और DGCA की जांच

केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश का नया वीडियो
केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश वीडियो: उत्तराखंड के केदारनाथ में आज सुबह एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में हादसे के स्थल से धुंआ उठता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि हेलीकॉप्टर के टुकड़े चारों ओर बिखरे पड़े हैं। NDRF के सदस्य बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। यह हादसा गौरीकुंड के निकट हुआ, जिसमें हेलीकॉप्टर में सवार सभी 7 लोगों की जान चली गई।
हेलीकॉप्टर की उड़ान और दुर्घटना का कारण
यह हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी द्वारा चारधाम यात्रा के लिए संचालित किया जा रहा था। यह सुबह 5:17 बजे केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरा और 5:24 बजे वेली प्वाइंट पर दिखाई दिया। कोहरे के कारण दृश्यता शून्य थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर जंगल में गिर गया। नेपाली मूल की कुछ महिलाओं ने हेलीकॉप्टर को गिरते हुए देखा और तुरंत हेल्पलाइन पर सूचना दी।
महाराष्ट्र के पीड़ित
जानकारी के अनुसार, इस हादसे में महाराष्ट्र के जायसवाल परिवार के सदस्य शामिल थे। मृतकों में पायलट कैप्टन राजवीर, विक्रम रावत (BKTC कर्मचारी), विनोद, तृष्टि सिंह, राजकुमार जायसवाल, श्रद्धा जायसवाल और 10 वर्षीय राशि जायसवाल शामिल हैं।
चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा निलंबित
केदारनाथ में हुई इस दुर्घटना के बाद चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। यूकाडा और DGCA ने इस रोक का आदेश दिया है।
DGCA की जांच के आदेश
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इस हादसे की जांच के लिए एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो को जिम्मेदारी सौंपी है। DGCA ने ट्वीट कर बताया कि आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर VT-BKA दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इस हादसे में 5 यात्री, एक बच्ची और एक पायलट की जान गई है। DGCA ने पहले ही चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं की संख्या में कमी की थी और आगे की कार्रवाई के लिए निगरानी कर रहा है।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में हाल ही में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए हेलीकॉप्टर संचालन के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि हेली सेवाओं के संचालन के लिए एक सख्त SOP तैयार की जाए, जिसमें उड़ान से पहले हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूरी जांच और मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य होगा।
मुख्य सचिव को तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जो हेली संचालन के सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा के बाद SOP तैयार करेगी। यह समिति सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह सुरक्षित और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।