क्या आप जानते हैं भारत की सबसे महंगी ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस के बारे में?

भारत की महंगी ट्रेन का अनुभव
भारत में रेलवे को सस्ती और सुलभ यात्रा का प्रतीक माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक ट्रेन की टिकट की कीमत 20 लाख रुपये तक हो सकती है? हम बात कर रहे हैं महाराजा एक्सप्रेस की, जो भारत की सबसे महंगी ट्रेन मानी जाती है। इस ट्रेन में यात्रा करना एक शाही अनुभव से कम नहीं है.
महाराजा एक्सप्रेस का शानदार सफर
महाराजा एक्सप्रेस एक लग्जरी टूरिस्ट ट्रेन है, जो देश-विदेश के उच्च प्रोफ़ाइल यात्रियों को भारतीय संस्कृति, विरासत और ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा कराती है। इसकी यात्रा की कीमत ₹6.5 लाख से लेकर ₹20.9 लाख तक होती है, जिसमें 7 दिन और 6 रात की भव्य यात्रा शामिल है.
प्रेसिडेंशियल सुइट का किराया
महाराजा एक्सप्रेस के सबसे महंगे पैकेज में 'The Indian Splendour' शामिल है, जिसमें यात्री 7 दिन और 6 रात में लगभग 2724 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। इस पैकेज के तहत प्रेसिडेंशियल सुइट का किराया ₹20,90,760 है, जो लगभग $24,890 अमेरिकी डॉलर के बराबर है.
सफर के विकल्प
इस ट्रेन में चार श्रेणियों में कैबिन उपलब्ध हैं:
डीलक्स केबिन: ₹6,51,000 प्रति व्यक्ति
जूनियर सुइट: ₹8,34,960 प्रति व्यक्ति
सुइट: ₹12,17,160 प्रति व्यक्ति
प्रेसिडेंशियल सुइट: ₹20,90,760 प्रति व्यक्ति
महंगे सफर के कारण
इस ट्रेन में मिलने वाली सुविधाएं इसे भारत की सबसे महंगी ट्रेन बनाती हैं। यात्रियों को यात्रा के दौरान:
लग्जरी केबिन में ठहरने की सुविधा
प्रीमियम गुणवत्ता का भोजन
पर्यटन स्थलों पर होटल में ठहरने की व्यवस्था
अल्कोहलिक पेय
गाइडेड टूर और अन्य यात्रा सुविधाएं मिलती हैं। महाराजा एक्सप्रेस के कोच किसी फाइव स्टार होटल के कमरों की तरह सजाए गए हैं, जिनमें प्राइवेट बाथरूम, व्यक्तिगत अटेंडेंट और वाई-फाई जैसी सेवाएं शामिल हैं.
यात्रा के प्रमुख स्थल
महाराजा एक्सप्रेस मुख्य रूप से भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की यात्रा कराती है। इसमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल शामिल हैं:
आगरा: ताजमहल
रणथंभौर: नेशनल पार्क
जयपुर और उदयपुर: महल और किले
वाराणसी: घाट और मंदिर
खजुराहो: प्राचीन मंदिर
इसका संचालन
इस शाही ट्रेन का संचालन भारतीय रेलवे की सहयोगी संस्था आईआरसीटीसी (IRCTC) द्वारा किया जाता है। यह ट्रेन मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है.