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चंकी पांडे ने साझा की अपने करियर की अनसुनी कहानी

चंकी पांडे ने हाल ही में एक शो में अपने करियर की शुरुआत और संघर्ष की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे एक संयोग ने उनकी जिंदगी को बदल दिया। गोविंदा के योगदान का भी जिक्र किया गया है, जिन्होंने उनके शुरुआती दिनों में मदद की। चंकी ने 1987 में 'आग ही आग' से बॉलीवुड में कदम रखा और कई सफल फिल्मों में काम किया। उनकी कॉमिक टाइमिंग और बिंदास अंदाज ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना दिया। जानें उनके करियर के बारे में और भी दिलचस्प बातें।
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चंकी पांडे ने साझा की अपने करियर की अनसुनी कहानी

चंकी पांडे का संघर्ष और सफलता


चंकी पांडे: हाल ही में 'टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल' शो में भाग लेते हुए अभिनेता चंकी पांडे ने अपने प्रारंभिक संघर्षों की एक दिलचस्प कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे एक साधारण घटना ने उनके जीवन की दिशा बदल दी। चंकी ने कहा, 'मैं एक बार बाथरूम में पहलाज निहलानी से अचानक मिला। उस समय मैं उन्हें नहीं जानता था क्योंकि सोशल मीडिया का अस्तित्व नहीं था। उस समय मेरी स्थिति बहुत खराब थी, और उन्होंने मेरी मदद की।'


उन्होंने आगे कहा, 'जब मैंने उनसे पूछा कि वह क्या करते हैं, तो उन्होंने बताया कि वह एक फिल्म निर्माता हैं। यह सुनकर मैं चकित रह गया। मैंने कहा कि मेरा नाम चंकी पांडे है, तो उन्होंने कहा, 'यह कितना अजीब नाम है।' मैंने उन्हें बताया कि मैं फिल्मों में काम करना चाहता हूं, और उन्होंने मुझे अगले दिन अपने घर आने के लिए बुलाया। अगले ही दिन मुझे मेरा पहला रोल मिल गया।'


गोविंदा का योगदान

गोविंदा ने भी निभाया था बड़ा रोल


चंकी पांडे ने अपने पुराने मित्र गोविंदा को भी अपने करियर की शुरुआत में महत्वपूर्ण सहयोग देने वाला बताया। उन्होंने कहा, 'अगर मैं फिल्मों में आ पाया हूं, तो यह गोविंदा की वजह से है। उन्होंने मेरे शुरुआती दिनों में मेरा बहुत समर्थन किया।' चंकी और गोविंदा की दोस्ती 1980 के दशक से चली आ रही है और दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया है। उनके हास्य और ऑन-स्क्रीन ऊर्जा ने दर्शकों का दिल जीत लिया।


बॉलीवुड में डेब्यू

'आग ही आग' से किया बॉलीवुड डेब्यू


बाथरूम में हुई उस मुलाकात के कुछ समय बाद, चंकी पांडे ने 1987 में पहलाज निहलानी की फिल्म 'आग ही आग' से बॉलीवुड में कदम रखा। यह फिल्म सफल रही और चंकी को पहचान मिलने लगी। इसके बाद उन्होंने 'तेजाब (1988)', 'आंखें (1993)', 'खतरों के खिलाड़ी', 'लव 86' जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम किया।


चंकी पांडे अपनी कॉमिक टाइमिंग, बिंदास अंदाज और हास्य शैली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 80 और 90 के दशक में एक रोमांटिक-हास्य नायक के रूप में बहुत लोकप्रियता हासिल की। बाद में फिल्मों से कुछ समय के लिए दूर रहने के बाद, उन्होंने हाउसफुल सीरीज़, बेगम जान और साहो जैसी फिल्मों में प्रभावशाली सहायक और खलनायक किरदार निभाकर वापसी की।