ज़ुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत: असम में गहराता विवाद और जांच की नई परतें

ज़ुबीन गर्ग की मौत: एक दुखद घटना
असम की हर गली और चौराहे पर एक ही नाम गूंज रहा है: ज़ुबीन गर्ग। उनकी आवाज़ ने असमिया लोकगीतों को न केवल असम, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय बनाया। हाल ही में, ज़ुबीन एक ऐसी घटना का हिस्सा बने, जिसने पूरे असम को हिलाकर रख दिया। 19 सितंबर को, सिंगापुर के समुद्र तट पर स्कूबा डाइविंग करते समय वे बेहोश हो गए। अस्पताल पहुँचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डूबने को मौत का कारण बताया गया, लेकिन असम में लोग इस स्पष्टीकरण पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे हैं: क्या ज़ुबीन सच में अपने जुनून में डूब गए, या उन्हें जानबूझकर नुकसान पहुँचाया गया?
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
ज़ुबीन की मौत ने असम में एक तूफान खड़ा कर दिया है, जिससे राजनीति, पुलिस और जनता एक साथ आ गई हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में दूसरे पोस्टमॉर्टम का आदेश दिया है। हालांकि, 22 दिन बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट जारी नहीं की गई है। सरकार का कहना है कि रिपोर्ट सार्वजनिक करने से जांच प्रभावित हो सकती है, लेकिन जनता इस पर विश्वास नहीं कर रही है। यदि सब कुछ स्पष्ट है, तो इसे छिपाने का क्या कारण है? यह सवाल हर असमिया के मन में है। इस बीच, जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है और सीआईडी की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारियों की सूची
अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- श्यामकानु महंत - उत्सव के आयोजक
- सिद्धार्थ शर्मा - ज़ुबीन के पिछले बारह वर्षों के मैनेजर
- अमृतप्रभा महंत - ज़ुबीन की सह-गायिका
- शेखर ज्योति गोस्वामी - बैंड के ड्रम मास्टर
- संदीप गर्ग - पुलिस अधिकारी और ज़ुबीन के चचेरे भाई
- नंदेश्वर बोरा - सुरक्षा अधिकारी
- परेश बैश्य - सुरक्षा अधिकारी
(ये सभी 17 लोगों को ले जा रही नाव पर मौजूद थे।)
संदिग्ध परिस्थितियाँ
जैसे-जैसे गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ रही है, सवाल भी उठ रहे हैं। श्यामकानु महंत को आत्मसमर्पण के लिए 17 दिन का समय क्यों दिया गया? ज़ुबीन की मौत के बाद, जब उन्होंने सिंगापुर से एक वीडियो जारी किया कि उन्हें अपनी जान का खतरा है, तो सरकार ने उन्हें 6 अक्टूबर तक का समय दिया। विपक्षी दलों का आरोप है कि श्यामकानु को पहले भी सरकारी कार्यक्रमों से आर्थिक मदद मिली है और सत्तारूढ़ दल से उनके घनिष्ठ संबंध हैं।
राजनीतिक आरोप और विवाद
निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री की पत्नी, रिनिकी भुयान शर्मा की कंपनी, गोल्डन थ्रेड, महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत से जुड़ी थी। गोगोई का कहना है कि ज़ुबीन की मृत्यु के बाद भी उनके सहयोग से सिंगापुर में एक फैशन शो आयोजित किया गया। हालांकि, रिनिकी ने इन आरोपों का खंडन किया है और गोगोई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
जांच का दायरा
जांच अब भारत से सिंगापुर तक फैल गई है। एसआईटी ने 60 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की हैं। सिंगापुर की मेडिकल टीम ने पोस्टमॉर्टम पूरा कर लिया है और रिपोर्ट ज़ुबीन के परिवार को दी जाएगी। इस बीच, भारत में हुए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट अभी भी सीलबंद है। शव से लिए गए लिवर, किडनी और आंतों के नमूने दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इन नमूनों से यह पता चलेगा कि शव में कोई ज़हरीला पदार्थ या ड्रग्स तो नहीं था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जो जांच को नई दिशा दे सकते हैं। बैंड के सदस्य शेखर गोस्वामी कथित तौर पर वीडियो में ज़ुबीन के बेहद करीब तैरते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि सह-गायिका अमृतप्रभा ने पूरी घटना अपने फ़ोन में रिकॉर्ड कर ली। जांच एजेंसियाँ अब फुटेज की फोरेंसिक जांच कर रही हैं।