जापान में बोइंग 737 की उड़ान में तकनीकी खराबी से मची अफरा-तफरी, पायलट ने बचाई जानें

जापान में बोइंग 737 की उड़ान में संकट
जापान में एक बार फिर बोइंग 737 विमान एक गंभीर हादसे से बच गया। यह विमान चीन के शंघाई से जापान की राजधानी टोक्यो की ओर उड़ान भर रहा था, जिसमें लगभग 191 यात्री मौजूद थे। उड़ान के कुछ समय बाद ही विमान में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई, जिससे यह 26,000 फीट की ऊंचाई से अचानक गिरने लगा। यात्रियों ने खुद को संकट में महसूस किया और कई ने सोशल मीडिया पर अपने अंतिम संदेश लिखे, जबकि कुछ ने अपनी वसीयतें तैयार कीं। लेकिन पायलट की कुशलता से विमान को सुरक्षित लैंडिंग कराई गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया.
तकनीकी खराबी का कारण
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि विमान के प्रेशराइजेशन सिस्टम में खराबी आई थी, जिसके कारण केबिन में हवा का दबाव कम होने लगा। जैसे ही यह अलर्ट मिला, पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और आपात स्थिति में विमान को तेजी से नीचे लाने का निर्णय लिया। यह प्रक्रिया केवल 10 मिनट में पूरी हुई, जिसमें फ्लाइट 26,000 फीट से सीधे लगभग 10,000 फीट पर आ गई।
यात्रियों में हड़कंप
एयर होस्टेस द्वारा यात्रियों को चेतावनी देने पर फ्लाइट में अफरा-तफरी मच गई। लोग चीखने-चिल्लाने लगे और कई यात्रियों ने अपने परिवार के सदस्यों को विदाई संदेश भेजे। एक यात्री ने लिखा, "मेरा शरीर यहां है, लेकिन पैर कांप रहे हैं। जब आप जीवन और मृत्यु के बीच होते हैं, तो बाकी सब कुछ छोटा लगने लगता है।"
लैंडिंग के बाद की स्थिति
सुरक्षित लैंडिंग के बाद भी विमान को एक घंटे तक रनवे पर खड़ा रखा गया। यात्रियों को जांच के बाद ही बाहर निकाला गया। इस दौरान फ्लाइट के अंदर तनाव बना रहा, लेकिन किसी को चोट नहीं आई।
जापान एयरलाइंस की प्रतिक्रिया
जापान एयरलाइंस ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया है। एयरलाइंस ने सभी यात्रियों को लगभग 10,000 रुपए (20,000 येन) मुआवजे की पेशकश की है। इसके साथ ही तकनीकी खामी की जांच भी शुरू कर दी गई है। यह घटना बोइंग के लिए एक और झटका मानी जा रही है, क्योंकि हाल के महीनों में कंपनी के कई विमानों में तकनीकी समस्याएं सामने आई हैं।