जुबीन गर्ग का निधन: संगीत जगत में शोक की लहर

जुबीन गर्ग का आकस्मिक निधन
जुबीन गर्ग का निधन: प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग के अचानक निधन की खबर ने असम, पूर्वोत्तर और पूरे देश में शोक की लहर पैदा कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसी प्रमुख हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "जुबीन गर्ग के आकस्मिक निधन से मैं स्तब्ध हूं। उन्हें संगीत में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके गाने सभी वर्गों के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।"
एक भयानक ट्रेजेडी
राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि जुबीन गर्ग का निधन एक भयानक ट्रेजेडी है। उनकी आवाज ने एक पीढ़ी को परिभाषित किया और उनका टैलेंट अद्वितीय था। उन्होंने असमिया संगीत को नया आकार देने के लिए व्यक्तिगत दुखों को पार किया। उनकी दृढ़ता और साहस ने एक अमिट छाप छोड़ी है। वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।
कल्चरल आइकन का असामयिक निधन
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जुबीन गर्ग का असामयिक निधन एक बड़ा सदमा है। उन्हें 'असम की आवाज़' के रूप में जाना जाता था और उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। बहुत कम उम्र में ही वे एक 'कल्चरल आइकन' बन गए। इस दुखद समय में, मैं उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
राज्य और देश के लिए क्षति
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्हें केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा से इस दुखद खबर की जानकारी मिली। उन्होंने इसे राज्य और देश के लिए एक बड़ी क्षति बताया। पूर्व राज्यसभा सांसद रिपु बोरा ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "जुबीन गर्ग के असामयिक निधन से गहरा सदमा और दुख हुआ। उनकी आवाज़ और संगीत ने असम और उसके बाहर की पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।"
असम ने खोया एक धड़कन
असम के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "जुबीन गर्ग के असामयिक निधन से बहुत दुःख हुआ। असम ने न केवल एक आवाज़, बल्कि एक धड़कन भी खो दी है। जुबीन दा एक गायक से कहीं बढ़कर थे।"