डिंपल कपाड़िया: एक अदाकारा की कहानी जो प्यार और करियर के बीच संतुलन बनाती है

बॉलीवुड की चमकती सितारा
बॉलीवुड न्यूज. डिंपल कपाड़िया हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही सफलता का स्वाद चखा। उनकी खूबसूरती और अभिनय कौशल ने उन्हें दशकों तक दर्शकों का दिल जीतने में मदद की। फिल्मों के अलावा, उनकी निजी जिंदगी भी कई बार चर्चा का विषय रही है, खासकर दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना से विवाह के बाद।
गुजराती परिवार में जन्म
डिंपल कपाड़िया का जन्म 8 जून 1957 को मुंबई के एक गुजराती परिवार में हुआ। बचपन से ही उन्हें अभिनय का शौक था। महज 16 साल की उम्र में, उन्हें राज कपूर की फिल्म 'बॉबी' में काम करने का अवसर मिला। 1973 में रिलीज हुई इस फिल्म में ऋषि कपूर भी मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म ने डिंपल को रातोंरात स्टार बना दिया और इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
राजेश खन्ना के साथ प्रेम कहानी
फिल्म 'बॉबी' की रिलीज से पहले, डिंपल कपाड़िया की मुलाकात राजेश खन्ना से हुई, जो उनसे 15 साल बड़े थे। दोनों के बीच प्यार का रिश्ता शुरू हुआ। डिंपल ने एक बार कहा था कि वह राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन थीं और उनकी फिल्मों को देखने के लिए स्कूल छोड़ देती थीं। बाद में, दोनों ने शादी कर ली।
शादी के बाद का जीवन
फिल्म 'बॉबी' की शूटिंग के दौरान डिंपल और ऋषि कपूर के बीच अफेयर की चर्चा हुई थी। हालांकि, राजेश खन्ना के साथ शादी के बाद, उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली। काका ने डिंपल से कहा कि शादी के बाद वह फिल्मों में काम नहीं करेंगी, लेकिन डिंपल काम करना चाहती थीं। इस वजह से उनके बीच अनबन की खबरें आईं और वह लगभग 11 साल तक फिल्मों से दूर रहीं।
फिल्म 'सागर' से वापसी
1973 के बाद, डिंपल ने 11 साल बाद 1984 में फिल्म 'सागर' से वापसी की। यह फिल्म सफल रही। इस फिल्म से पहले, उन्होंने 'जख्मी शेर', 'मंजिल मंजिल' और 'आजादी की ओर' जैसी फिल्मों में भी काम किया था। 'सागर' में ऋषि कपूर और कमल हासन भी मुख्य भूमिका में थे।