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डेटिंग में भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए 7 महत्वपूर्ण सुझाव

डेटिंग में भावनाओं को नियंत्रित करना एक चुनौती हो सकता है। यदि आप किसी के साथ पहली डेट के बाद जल्दी भावनाओं में बह जाते हैं, तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, कुछ आदतें हैं जो आपको भावनात्मक रूप से असंतुलित कर सकती हैं। इस लेख में, हम उन आदतों पर चर्चा करेंगे जो आपको जल्दी भावनाओं में बहा सकती हैं और आपको स्वस्थ रिश्ते के लिए क्या करना चाहिए।
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डेटिंग में भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए 7 महत्वपूर्ण सुझाव

डेटिंग में भावनाओं को समझने की आवश्यकता

यदि आप किसी के साथ एक सफल डेट के बाद तुरंत सपनों में खो जाते हैं, तो आपको थोड़ी देर रुककर अपने विचारों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह आदत आपको भावनात्मक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। वास्तव में, पहली नजर का प्यार आज के हुकअप कल्चर में अक्सर एक मिथक बन गया है।




इसलिए, यदि पहली डेट के बाद आपके मन में उत्साह या विभिन्न विचार आने लगते हैं, तो यह एक सकारात्मक संकेत नहीं है। आप अकेले नहीं हैं; कई लोग ऐसा अनुभव करते हैं। वे अपने साथी को खुश करने की कोशिश करते हैं, लेकिन अंततः खुद को ही चोट पहुंचाते हैं। परिणामस्वरूप, वे बाथरूम के फर्श पर बैठकर रोते हैं और खुद से सवाल करते हैं, 'मैंने क्या गलत किया?'




यदि आप यह जानना चाहते हैं कि गलती कहां हो रही है, तो यहां कुछ विशेषज्ञों की सलाह दी गई है।




डेटिंग कोच केल्सी वंडरलिन का कहना है कि एक स्वस्थ और भावनात्मक रूप से परिपक्व साथी आपको समझने के लिए समय लेना चाहता है। यदि आप शुरुआत में ही बहुत अधिक भावनाएं व्यक्त करते हैं, तो कई बार वे दूर हो सकते हैं। आपके प्यार का तरीका खूबसूरत है, लेकिन यह जल्दीबाजी आपको डेटिंग में समस्याओं में डाल सकती है।


ये 7 आदतें आपको जल्दी भावनाओं में बहा सकती हैं

डेट पर पूरी रात बातें करते रहना:

शुरुआत में बहुत अधिक समय एक साथ बिताना आपको भावनात्मक रूप से बांध सकता है। थोड़ी दूरी और समय देने से आप दोनों को एक-दूसरे को समझने का अवसर मिलता है।




बहुत जल्दी शारीरिक नजदीकी बढ़ाना:

शारीरिक संबंध गहराई और विश्वास का एहसास कराते हैं, लेकिन बहुत जल्दी ऐसा करना भावनाओं को तेज कर सकता है और रिश्ते को असंतुलित बना सकता है।




उससे मिलने के लिए अपना शेड्यूल बार-बार बदलना:

अपने काम, दोस्तों या शौक़ को छोड़कर केवल उसी के लिए समय निकालना आपको जरूरत से ज्यादा निर्भर बना सकता है।




पूरे दिन लगातार मैसेज करना:

लगातार बातचीत न केवल आपको थका देती है, बल्कि दूसरे को भी स्पेस नहीं देती। रिश्ते में थोड़ी जगह जरूरी है।




बुरा दिन होने पर सबसे पहले उसी के पास दौड़ना:

हर समस्या का हल उसी से ढूंढना आपको भावनात्मक सहारे पर निर्भर बना देता है, जबकि खुद को संभालना भी आवश्यक है।




दो हफ्ते के भीतर ही प्यार भरे नामों से पुकारना:

रिश्ते को नाम देना और रोमांटिक टाइटल्स जल्दी अपनाना आपको और आपके साथी को दबाव में डाल सकता है।




सिर्फ एक हफ्ते में अपने माता-पिता से मिलवाना:

परिवार से मिलाना एक बड़ा कदम है। बहुत जल्दी यह कदम उठाने से रिश्ता उतनी गहराई न होने पर भी गंभीर दिखने लगता है।