तनिष्क बागची का 'सैयारा': डिप्रेशन से जूझते हुए बनी हिट गाना

तनिष्क बागची का व्यक्तिगत संघर्ष
तनिष्क बागची की कहानी: प्रसिद्ध संगीतकार तनिष्क बागची ने अपने हिट गाने 'सैयारा' के पीछे की कठिनाइयों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि यह गाना उनके जीवन के एक बेहद चुनौतीपूर्ण समय में लिखा गया, जब वह डिप्रेशन से गुजर रहे थे। तनिष्क ने कहा कि इस गाने में शामिल सभी कलाकारों ने अपने दर्द को व्यक्त किया, जिससे यह गाना श्रोताओं के दिलों को छू गया।
डिप्रेशन से उबरते हुए 'सैयारा'
एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में, तनिष्क ने अपने संघर्ष की कहानी साझा की। उन्होंने कहा, 'जब मैं 'सैयारा' बना रहा था, तब मैं मानसिक तनाव में था। मैं रोज दवाइयां ले रहा था और नींद नहीं आ रही थी। मेरे पास करियर, घर और सफलता सब कुछ था, लेकिन फिर भी एक अजीब सी खालीपन महसूस होता था।' उन्होंने यह भी बताया कि इस गाने के निर्माण में शामिल अन्य लोग भी कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। गीतकार अर्सलान निजामी पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे थे, फहीम अब्दुल्ला को अपनी पढ़ाई और परीक्षा का तनाव था, और निर्देशक मोहित सूरी भी अपनी निजी परेशानियों को साझा कर रहे थे।
तनिष्क ने कहा, 'हम सभी अपने-अपने दर्द को लेकर चल रहे थे। हमने एक-दूसरे से अपनी बातें साझा की और उस दर्द को 'सैयारा' में डाल दिया।' इस गाने में हर कलाकार की भावनाएं और अनुभव शामिल हैं, जिसने इसे और भी खास बना दिया। उनका मानना है कि यही कारण है कि यह गाना लोगों के दिलों को गहराई से छूता है और उनकी भावनाओं से जुड़ता है। 'सैयारा' की रिलीज के बाद से यह गाना काफी लोकप्रिय हो गया है और आज भी लोगों के बीच पसंद किया जा रहा है।