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तनुजा चंद्रा ने इरफान खान के साथ काम करने के अनुभव साझा किए

तनुजा चंद्रा ने इरफान खान के साथ काम करने के अपने अनुभव को साझा किया है, जिसमें उन्होंने फिल्म 'करीब करीब सिंगल' के निर्माण के दौरान की चुनौतियों और इरफान की अदाकारी के बारे में बताया। इरफान की अनोखी कार्यशैली और उनके साथ काम करने का अनुभव कैसे था, जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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तनुजा चंद्रा ने इरफान खान के साथ काम करने के अनुभव साझा किए

इरफान खान की अदाकारी का जादू

बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध अभिनेता इरफान खान को आज भी उनकी अदाकारी के लिए याद किया जाता है। उन्होंने 2020 में इस दुनिया को अलविदा कहा, लेकिन उनकी फिल्में आज भी दर्शकों को उनकी याद दिलाती हैं। इरफान ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया, जिससे उनके सह-कलाकार अक्सर उनके साथ काम करने के अनुभव साझा करते हैं। अब, तनुजा चंद्रा ने भी इरफान के साथ अपने अनुभव को साझा किया है।


फिल्म 'करीब करीब सिंगल' का सफर

तनुजा चंद्रा ने पूजा भट्ट के पॉडकास्ट में बताया कि उन्होंने फिल्म 'करीब करीब सिंगल' का निर्देशन किया था, जिसमें इरफान के साथ पार्वती थिरुवोथु ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को स्वीकार करने में उन्हें एक साल लग गया। इस दौरान, वह इरफान की पत्नी सुतापा सिकदर के संपर्क में थीं। जब उन्हें लगा कि फिल्म किसी और के साथ बनानी चाहिए, तब सुतापा ने फरहान अख्तर का नाम सुझाया। इस पर इरफान ने तुरंत कहा कि क्या वह फरहान के साथ यह फिल्म बनाएंगी?


काम करने का अनुभव

तनुजा चंद्रा ने बताया कि सुतापा ने उन्हें बताया था कि जब इरफान इस फिल्म की तैयारी कर रहे थे, तो वह सुबह 3 बजे घर के अंदर टहलते हुए डायलॉग जोर से बोलते थे। अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि इरफान के साथ काम करना बेहद खूबसूरत और चुनौतीपूर्ण था। इरफान को किसी भी सीन के अधिक टेक देना पसंद नहीं था, क्योंकि उन्हें लगता था कि इससे सीन की स्वाभाविकता खत्म हो जाएगी। जब साउंड इंजीनियर उनसे थोड़ी ऊंची आवाज में बोलने के लिए कहते थे, तो इरफान मना कर देते थे। डबिंग के दौरान, जब साउंड डिजाइनर ने उन्हें तेज बोलने के लिए कहा, तब भी इरफान ने जवाब दिया कि क्या उन्हें सुनाई नहीं दे रहा है। तनुजा ने बताया कि इरफान के अधिकांश डायलॉग धीमी आवाज में होते थे, जिन्हें वह डबिंग के दौरान खूबसूरती से बदल देते थे।