द ट्रेटर्स में मर्डर की कमी: उर्फी जावेद की जान बची

द ट्रेटर्स में मर्डर का संकट
द ट्रेटर्स: करण जौहर के शो 'द ट्रेटर्स' में लगातार निर्दोष प्रतियोगियों का मर्डर हो रहा है। हर सुबह सभी को इस डर के साथ उठना पड़ता है कि क्या वे शो में जीवित रहेंगे या नहीं? ट्रेटर्स बेरहमी से एक-एक कर निर्दोष प्रतियोगियों का कत्ल कर रहे हैं। हालाँकि, हाल ही में ट्रेटर्स दो दिन तक किसी भी खिलाड़ी का मर्डर करने में असफल रहे। पुरव झा और एलनाज नौरोजी का एक ही लक्ष्य है - सभी को मारकर शो जीतना। फिर भी, उन्होंने दो दिन तक मर्डर क्यों नहीं किया? आइए जानते हैं।
ट्रेटर्स की मर्डर में असफलता का कारण
असल में, एक दिन ट्रेटर्स पुरव झा और एलनाज नौरोजी ने इसलिए मर्डर नहीं किया क्योंकि वे अपनी टीम में एक और सदस्य को शामिल करना चाहते थे। इस कारण उन्होंने मर्डर करने के बजाय नए सदस्य की भर्ती करने का निर्णय लिया। उन्होंने पोकर खिलाड़ी निकिता लूथर को ट्रेटर बनने का निमंत्रण भेजा, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। अगले दिन करण जौहर ने इन दोनों को मर्डर करने से रोका और चार प्रतियोगियों को ट्रायल पर डालने का निर्देश दिया। ट्रेटर्स को इन चार प्रतियोगियों पर नजर रखनी थी और उनमें से किसी एक को मारना था।
ट्रायल पर डाले गए प्रतियोगी
पुरव और एलनाज ने उर्फी जावेद, हर्ष गुजराल, अंशुला कपूर और जानवी गौर को ट्रायल पर रखा। अगले दिन करण ने एक टास्क रखा जिसमें इन प्रतियोगियों को पुतला बनाकर खड़ा किया गया। सभी को बताया गया कि इनमें से किसी एक का मर्डर होगा। उन्हें बचाने के लिए एक टास्क दिया गया, जिसमें बाकी प्रतियोगियों को दो टीमों में बांटा गया। इन टीमों को सोने की टाइल ढूंढकर इकट्ठा करनी थी और उस खिलाड़ी को देनी थी, जिसे वे इस खेल में सुरक्षित रखना चाहते थे।
उर्फी जावेद की जान बची
हालांकि, अधिकांश प्रतियोगियों ने उर्फी जावेद का समर्थन किया। उर्फी को इस टास्क में 21 टाइल मिलीं, जो बाकी प्रतियोगियों में सबसे ज्यादा थीं। इस कारण उर्फी इस टास्क में सुरक्षित रहीं। वह किसी तरह ट्रेटर्स से बच गईं, और अब हर्ष गुजराल, अंशुला कपूर और जानवी गौर में से कोई एक अगले एपिसोड में बाहर होगा। ये तीनों ट्रेटर्स के निशाने पर हैं। अब शो में किसका मर्डर होगा? यह अगले एपिसोड में ही पता चलेगा।