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दंगल: एक प्रेरणादायक फिल्म की कहानी और कमाई

दंगल, जो 2016 में रिलीज हुई, एक प्रेरणादायक फिल्म है जो महावीर फोगाट और उनकी बेटियों की सच्ची कहानी पर आधारित है। इस फिल्म ने न केवल भारत में बल्कि चीन में भी रिकॉर्ड तोड़ कमाई की। जानें इस फिल्म की कहानी, बजट, और इसके प्रभाव के बारे में। क्या आपने इसे देखा है? यह फिल्म आपको प्रेरित करने का वादा करती है!
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दंगल: एक प्रेरणादायक फिल्म की कहानी और कमाई

दंगल फिल्म का बजट और कमाई

Dangal Movie Collection in China: Dangal Movie Budget And Collection: बॉलीवुड में कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो केवल मनोरंजन नहीं करतीं, बल्कि एक नया इतिहास भी रचती हैं। 23 दिसंबर 2016 को रिलीज हुई दंगल ऐसी ही एक फिल्म है, जिसने आमिर खान को 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' से 'ग्लोबल सुपरस्टार' बना दिया।


नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित यह बायोपिक हरियाणा के असली पहलवान महावीर सिंह फोगाट और उनकी बेटियों गीता और बबीता की सच्ची कहानी पर आधारित है। 70 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने न केवल भारत में, बल्कि चीन में भी धूम मचाई और विश्व स्तर पर इतनी कमाई की कि यह बॉलीवुड की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई। आज तक इस फिल्म का रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है।


फिल्म दंगल की कहानी

क्या थी फिल्म दंगल की कहानी Dangal Movie Collection


‘दंगल’ की कहानी हरियाणा के एक छोटे से गांव से शुरू होती है, जहां महावीर सिंह फोगाट (आमिर खान) एक पूर्व पहलवान हैं। उनका सपना है कि उनका बेटा देश के लिए गोल्ड मेडल जीते, लेकिन चार बेटियों के होते हुए भी वह हार नहीं मानते। वह अपनी बेटियों गीता (फातिमा सना शेख/जायरा वसीम) और बबीता (सान्या मल्होत्रा/सुहानी भटनागर) को कुश्ती सिखाते हैं।


लड़कियों के लिए कुश्ती जैसे पुरुषों के खेल में लड़ना आसान नहीं था। गांव वाले ताने मारते थे, समाज विरोध करता था, लेकिन महावीर की दृढ़ता और बेटियों की मेहनत रंग लाती है। गीता नेशनल चैंपियन बनती है और फिर कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतती है।


फिल्म की विशेषताएँ

फिल्म की खासियत क्या थी?


फिल्म की सबसे बड़ी विशेषता इसकी यथार्थवादी दृष्टिकोण है। निर्देशक नितेश तिवारी ने सच्ची घटनाओं को इतनी बारीकी से प्रस्तुत किया कि दर्शक खुद को कहानी में खो देते हैं। कुश्ती के दृश्य इतने वास्तविक हैं कि ऐसा लगता है जैसे असली मैच चल रहा हो। फिल्म लड़कियों के सशक्तिकरण पर केंद्रित है।


इस फिल्म की 'म्हारी चोरियां छोरों से कम हैं के?' थीम पूरे देश में गूंज उठी। इसके साथ ही, पारिवारिक ड्रामा, भावनाएँ और हास्य का एक बेहतरीन मिश्रण है। बच्चियों के किरदार में जायरा और सुहानी ने शानदार अभिनय किया, जबकि बड़े होकर फातिमा और सान्या ने स्क्रीन पर आग लगा दी। फिल्म में हरियाणवी संस्कृति, गांव की जिंदगी और खेल की मेहनत को इतनी खूबसूरती से दर्शाया गया कि यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी बन गई।


फिल्म का बजट और कमाई

कितना था फिल्म का बजट और कलेक्शन


‘दंगल’ का बजट केवल 70 करोड़ रुपये था। आमिर खान की फिल्में हमेशा परफेक्शन के लिए जानी जाती हैं, लेकिन यहां उन्होंने कम बजट में कमाल कर दिखाया। फिल्म 23 दिसंबर 2016 को रिलीज हुई और पहले दिन ही 29 करोड़ रुपये कमाए। भारत में इसका नेट कलेक्शन 374 करोड़ रुपये रहा, जो उस समय की सबसे बड़ी हिट थी।


लेकिन असली धमाका ओवरसीज, खासकर चीन में हुआ। चीन में ‘दंगल’ ने 1300 करोड़ रुपये से अधिक कमाए। इसके साथ फिल्म का कुल ग्लोबल कलेक्शन 2700 करोड़ रुपये रहा। यह बॉलीवुड की पहली फिल्म थी जो चीन में 1000 करोड़ क्लब में शामिल हुई।


स्टारकास्ट और उनकी परफॉर्मेंस

स्टारकास्ट और उनकी परफॉर्मेंस


फिल्म की जान इसके कलाकार हैं। आमिर खान ने महावीर फोगाट का किरदार इतनी परफेक्शन से निभाया कि वे असली पहलवान लगते थे। फातिमा सना शेख (बड़ी गीता) ने कुश्ती सीखी और इंटेंस सीन में कमाल किया। सान्या मल्होत्रा (बड़ी बबीता) की कॉमिक टाइमिंग शानदार रही। बच्चियों में जायरा वसीम (छोटी गीता) और सुहानी भटनागर (छोटी बबीता) ने दिल जीत लिया। सपोर्टिंग में साक्षी तंवर ने महावीर की पत्नी और अपरशक्ति खुराना ने कोच का रोल निभाकर सबको दीवाना बना दिया।


दमदार डायलॉग्स जो आज भी याद किए जाते हैं:


‘दंगल’ के डायलॉग्स इतने पावरफुल हैं कि वे सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इन डायलॉग्स को लोग आज भी खूब याद करते हैं।
मेडलिस्ट पेड़ पर नहीं उगते, उन्हें बनाना पड़ता है प्यार से, लगन से मेहनत से
पहलवानी तो छोरे करे हैं, तो म्हारी छोरिया छोरों से कम हैं के
बहुत होगी पहलवानी, अब दंगल होगा।
दिल छोटा मत कर, नेशनल लेवल चैंपियन से हारा है तू
माटी की इज्जत करो, जितना तुम माटी की इज्जत करोगे, उससे ज़्यादा ये माटी तुम्हारी इज्जत करेगी


कुल मिलाकर, ‘दंगल’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। 70 करोड़ में बनी, 2700 करोड़ कमाने वाली यह फिल्म बताती है कि मेहनत, पैशन और सच्चाई से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। अगर आपने यह फिल्म नहीं देखी, तो आज ही देखिए, गारंटी है, इंस्पायर्ड होकर निकलेंगे।