दिलजीत दोसांझ और 'अमर सिंह चमकीला' का इंटरनेशनल एमी में सफर
इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन
24 नवंबर 2025 को न्यूयॉर्क में इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स का भव्य समारोह आयोजित हुआ। इस बार भारतीय सिनेमा के दो प्रमुख चेहरे, दिलजीत दोसांझ और उनकी चर्चित फिल्म 'अमर सिंह चमकीला', पुरस्कार जीतने के करीब पहुंचे, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।
दिलजीत का नामांकन
दिलजीत दोसांझ को बेस्ट परफॉर्मेंस बाय ऐन एक्टर श्रेणी में नामांकित किया गया था। उन्होंने पंजाबी गायक अमर सिंह चमकीला की कहानी को जिस खूबसूरती से प्रस्तुत किया, उसकी सराहना विश्वभर में हुई। फिर भी, यह पुरस्कार उनके हाथ नहीं आया। इसी तरह, नेटफ्लिक्स की फिल्म 'अमर सिंह चमकीला' को बेस्ट टीवी मूवी/मिनीसीरीज के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन यहां भी जीत नहीं मिली।
प्रतिद्वंद्वियों के बीच मुकाबला
'अमर सिंह चमकीला' को इस श्रेणी में तीन अन्य मजबूत प्रतियोगियों का सामना करना पड़ा: जर्मनी की 'हेरहाउजेन: द बैंकर एंड द बॉम्ब', ब्रिटेन की 'लॉस्ट बॉयज एंड फेयरीज', और चिली की 'वेंसर ओ मोरिर'। अंततः पुरस्कार ब्रिटिश ड्रामा 'लॉस्ट बॉयज एंड फेयरीज' को मिला, जो एक गे कपल की गोद लेने की कोशिश की कहानी है। इस सीरीज में भावनाओं, समाज और रिश्तों को खूबसूरती से दर्शाया गया है, जिसके कारण जूरी ने इसे चुना।
दिलजीत का नामांकन एक उपलब्धि
दिलजीत दोसांझ के हाथ से गया अवार्ड!
हालांकि दिलजीत और उनकी फिल्म पुरस्कार नहीं जीत सके, लेकिन इंटरनेशनल एमी तक पहुंचना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। भारतीय कंटेंट का वैश्विक स्तर पर मान बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में वीर दास, शेफाली शाह, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, और जिम सरभ जैसे कलाकारों ने यहां पुरस्कार जीते हैं। दिलजीत का नामांकन यह दर्शाता है कि पंजाबी और देसी संस्कृति अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रही है।
फैंस का समर्थन
'अमर सिंह चमकीला' नहीं बन पाई विनर
दिलजीत के प्रशंसक थोड़े निराश हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर उन्हें ढेर सारा प्यार और बधाई मिल रही है। दिलजीत ने भी हमेशा की तरह सकारात्मकता के साथ संदेश दिया है। उनके फैंस मानते हैं कि असली जीत तो लोगों के दिलों में होती है, और वहां दिलजीत पहले से ही किंग हैं। फिलहाल, दिलजीत अपनी आगामी फिल्मों और म्यूजिक प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं।
