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दीपक मल्होत्रा: एक 10 सेकंड के सीन ने बदल दी बॉलीवुड की कहानी

दीपक मल्होत्रा की कहानी एक ऐसे अभिनेता की है, जो एक 10 सेकंड के सीन के कारण बॉलीवुड से दूर हो गए। एक समय में उन्हें शाहरुख खान और आमिर खान का प्रतिद्वंदी माना जाता था, लेकिन एक सीन ने उनकी किस्मत को बदल दिया। जानें कैसे दीपक ने अपने करियर की शुरुआत की, बड़े सितारों के साथ काम किया, और फिर कैसे उन्होंने इंडस्ट्री को अलविदा कहा। यह कहानी है संघर्ष, असफलता और एक गुमनाम नाम की।
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दीपक मल्होत्रा: एक 10 सेकंड के सीन ने बदल दी बॉलीवुड की कहानी

बॉलीवुड की अनकही कहानियाँ


नई दिल्ली: बॉलीवुड की अनकही कहानियाँ: हर दिन नए सपनों का जन्म होता है, लेकिन कुछ सपने अपने पहले ही कदम पर खत्म हो जाते हैं। दीपक मल्होत्रा का नाम भी इसी श्रेणी में आता है। एक समय था जब उन्हें शाहरुख खान और आमिर खान का प्रतिद्वंदी माना जाता था, लेकिन एक 10 सेकंड का सीन उनकी किस्मत को बदलकर रख दिया।


सुपरमॉडल से अभिनेता बनने की यात्रा

दीपक मल्होत्रा, जो बेंगलुरु के निवासी हैं, एक राष्ट्रीय स्तर के जिमनास्ट रहे हैं। उनकी शानदार काया, कैमरे के सामने का आत्मविश्वास और सही एटीट्यूड ने उन्हें सुपरमॉडल बना दिया। जल्द ही, उन्हें मॉडलिंग से बॉलीवुड में कदम रखने का अवसर मिला।


बड़े सितारों के साथ डेब्यू

दीपक मल्होत्रा: एक 10 सेकंड के सीन ने बदल दी बॉलीवुड की कहानी


हर नए अभिनेता का सपना होता है कि उनका डेब्यू किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस से हो। दीपक का यह सपना यश चोपड़ा ने पूरा किया। फिल्म 'लम्हें' (1991) में उन्हें श्रीदेवी और अनिल कपूर जैसे बड़े सितारों के साथ काम करने का मौका मिला। दीपक ने श्रीदेवी के किरदार 'पल्लवी' के पति 'सिद्धार्थ' का रोल निभाया। लेकिन...


एक सीन ने सब कुछ बदल दिया

फिल्म 'लम्हें' में एक ऐसा सीन था जिसमें पल्लवी (श्रीदेवी) बेहोश हो जाती हैं और दीपक (सिद्धार्थ) उन्हें उठाने की कोशिश करता है। इस 10 सेकंड के सीन में दीपक की डायलॉग डिलीवरी और एक्सप्रेशन को लेकर दर्शकों ने मजाक उड़ाया। 90 के दशक में यह सीन ट्रोलिंग का एक बड़ा उदाहरण बन गया। तब सोशल मीडिया नहीं था, लेकिन मैगज़ीन, कॉमिक कॉलम और टीवी शो में इस सीन की आलोचना हुई। दीपक को केवल एक सीन के लिए जज कर दिया गया।


बड़े अवसरों का हाथ से निकलना

दीपक को इस नकारात्मक प्रतिक्रिया का भारी खामियाजा भुगतना पड़ा। फिल्म 'चमत्कार' से उन्हें हटाकर शाहरुख खान को कास्ट किया गया। 'डर' में पहले दीपक को लेने की बात थी, लेकिन बाद में उन्हें सनी देओल से रिप्लेस कर दिया गया। 'सूर्यवंशी' से सलमान खान और 'जुनून' से राहुल रॉय ने उनकी जगह ले ली। 1993 तक दीपक को SRK, आमिर और सलमान का प्रतिद्वंदी माना जाता था, लेकिन किस्मत ने पलटा खा लिया।


इंडस्ट्री को अलविदा

लगातार रिजेक्शन और मजाक उड़ने से परेशान होकर दीपक ने बॉलीवुड को छोड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने आखिरी बार एन. चंद्रा की फिल्म 'तेजस्विनी' में काम किया, लेकिन यह भी कोई खास कमाल नहीं कर पाई। इसके बाद दीपक अमेरिका चले गए और अपना नाम बदलकर डिनो मार्टेली रख लिया। वहां उन्होंने मॉडलिंग जारी रखी और अब पूरी तरह से लाइमलाइट से दूर हैं।


एक गुमनाम नाम की कहानी

दीपक मल्होत्रा की कहानी बॉलीवुड की सबसे दुखद कहानियों में से एक है। जहां एक अभिनेता को उनके लुक्स और संभावनाओं के बावजूद केवल एक सीन के कारण पूरी इंडस्ट्री छोड़नी पड़ी।