दीपिंदर गोयल का ट्रंप टैरिफ पर बयान: भारत को बनना होगा महाशक्ति

दीपिंदर गोयल का आह्वान
दीपिंदर गोयल का ट्रंप टैरिफ पर बयान: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए भारी टैरिफ के संदर्भ में, जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने एक प्रभावशाली संदेश साझा किया है, जिसमें उन्होंने देश को आत्मनिर्भर और महाशक्ति बनने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अपने पोस्ट में स्पष्ट किया कि जब तक भारत तकनीकी, रक्षा और आर्थिक क्षेत्रों में प्रगति नहीं करेगा, तब तक वैश्विक शक्तियां हमें दबाने का प्रयास करती रहेंगी।
सोशल मीडिया पर गोयल का संदेश
गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर गोयल का संदेश हजारों भारतीयों को प्रभावित करने वाला रहा। यह बयान उस समय आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय निर्यात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाकर कुल शुल्क को 50% तक बढ़ा दिया।
'दुनिया हमें हमारी औकात याद दिलाती है'
गोयल ने अपने पोस्ट में लिखा कि हर कुछ वर्षों में, दुनिया हमें हमारी औकात याद दिलाती है। कभी धमकी, कभी टैरिफ। लेकिन संदेश एक ही है: 'अपनी औकात में रहो, इंडिया।' उन्होंने कहा कि ये घटनाएं हमें यह समझाने का प्रयास करती हैं कि भारत को सीमाओं में रहना चाहिए। अब समय है कि हम अपनी तकदीर खुद तय करें और हर क्षेत्र में आगे बढ़ें।
महाशक्ति बनने की आवश्यकता
गोयल ने आगे कहा कि जब तक हम अपनी तकदीर खुद नहीं लिखेंगे, तब तक वैश्विक शक्तियां हमें डराती रहेंगी। इसका एकमात्र उपाय है कि हमें मिलकर दुनिया की सबसे बड़ी और 'बिना माफी मांगने वाली' महाशक्ति बनना होगा। अर्थव्यवस्था, तकनीक, रक्षा और महत्वाकांक्षा में। इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने ट्रंप का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन 'धमकी' और 'टैरिफ' जैसे शब्दों का उपयोग करके अमेरिका के इस कदम की ओर इशारा किया।
सोशल मीडिया पर समर्थन
दीपिंदर गोयल के इस पोस्ट को हजारों लोगों ने समर्थन दिया। एक यूजर ने लिखा कि हमें इन घटनाओं से सबक लेना चाहिए। यह हमारे लिए एक वेक-अप कॉल है। वहीं दूसरे यूजर ने कहा, 'यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए! हमारे पास महाशक्ति बनने के लिए सारे कच्चे माल मौजूद हैं।' एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, 'बिल्कुल सही बात कही है। इससे बेहतर समय नहीं हो सकता भारत के लिए हर सेक्टर में अपनी पूरी ताकत झोंकने का।'
ट्रंप का टैरिफ पर बयान
गौरतलब है कि बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए भारतीय आयात पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया। व्हाइट हाउस ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से संबंधित कदम बताया, जिसमें कहा गया कि भारत का रूस से सस्ता तेल खरीदना अमेरिका के लिए 'असामान्य और असाधारण खतरा' है।