धुरंधर फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन: मिडिल ईस्ट में बैन का असर
धुरंधर की वैश्विक सफलता और मिडिल ईस्ट में बैन
धुरंधर फिल्म, जिसमें रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं, ने विश्व स्तर पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है। हालांकि, एक महत्वपूर्ण बाजार, मिडिल ईस्ट, में इसकी रिलीज़ नहीं होने से इसके ओवरसीज कलेक्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस फिल्म ने 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है और 1,100 करोड़ रुपये के करीब पहुंच रही है। लेकिन ओवरसीज डिस्ट्रीब्यूटर के अनुसार, अगर मिडिल ईस्ट में फिल्म रिलीज़ होती, तो ये आंकड़े और भी बेहतर हो सकते थे। अनुमान है कि बैन के कारण लगभग 90 करोड़ रुपये (10 मिलियन USD) का नुकसान हुआ है।
फिल्म के ओवरसीज डिस्ट्रीब्यूटर प्रणब कपाड़िया ने एक इंटरव्यू में कहा कि मिडिल ईस्ट में बैन के कारण रणवीर सिंह की फिल्म के संभावित ओवरसीज रेवेन्यू को काफी नुकसान हुआ है।
कपाड़िया ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने कम से कम दस मिलियन डॉलर का बॉक्स ऑफिस खो दिया है, क्योंकि पारंपरिक रूप से एक्शन फिल्में हमेशा मिडिल ईस्ट में बहुत अच्छा प्रदर्शन करती हैं। हमें लगता है कि इसे रिलीज़ मिलना चाहिए था। लेकिन हमें हर क्षेत्र और देश के विचारों और नियमों का सम्मान करना होगा।"
मिडिल ईस्ट में बैन का कारण और प्रभाव
कपाड़िया ने यह भी बताया कि फिल्म के पाकिस्तान विरोधी संदेश के कारण मिडिल ईस्ट में बैन एक बड़ा अवसर चूकने जैसा था। यह क्षेत्र भारतीय एक्शन फिल्मों के लिए महत्वपूर्ण है, जो आमतौर पर गल्फ देशों में सफल होती हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह कम से कम दस मिलियन डॉलर का बॉक्स ऑफिस है जो हमने खो दिया है।"
हालांकि, दिसंबर की छुट्टियों के दौरान बैन का प्रभाव कुछ हद तक कम हो गया। कई फैंस, जो आमतौर पर घर पर बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्में देखते हैं, छुट्टियों के दौरान विदेश यात्रा करते समय फिल्म देखने में सफल रहे। कपाड़िया ने कहा, "मैं जानता हूँ कि कुछ लोग विदेश यात्रा कर चुके हैं और उन्होंने फिल्म का आनंद लिया है।"
धुरंधर का भविष्य
आदित्य धर द्वारा निर्देशित, धुरंधर कराची के लियारी इलाके की पृष्ठभूमि पर आधारित एक जासूसी एक्शन फिल्म है। इसमें रणवीर सिंह के साथ अक्षय खन्ना, अर्जुन रामपाल, संजय दत्त, आर माधवन, राकेश बेदी और सारा अर्जुन भी हैं।
फिल्म का दूसरा भाग ईद 2026 में रिलीज़ होने की योजना है, जिससे उम्मीद है कि अगली किस्त को और भी व्यापक वैश्विक पहुँच मिलेगी।
