नकली नाखूनों से कैंसर का खतरा: जानें लक्षण और बचाव के उपाय

कैंसर के कारण: नाखूनों का प्रभाव
Cancer Causes: कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो विश्वभर में फैली हुई है। यह हमारे शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है। हाल ही में एक ब्रिटिश महिला को स्किन कैंसर का सामना करना पड़ा, जिसका मुख्य कारण उसके नाखून थे। महिला को नेल एक्सटेंशन का शौक था, जिसके चलते वह बार-बार अपने नाखूनों पर एक्रिलिक कलर के नकली नाखून लगवाती थीं। आइए जानते हैं कि ये नाखून कैंसर का कारण कैसे बन सकते हैं।
नकली नाखूनों से कैंसर का संबंध
इन प्लास्टिक नाखूनों को लगाने के लिए एक विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसे नेल एक्सटेंशन कहा जाता है। यह प्रक्रिया महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए शुरू की गई थी, लेकिन अब यह एक सामान्य आदत बन गई है। नेल एक्सटेंशन में प्लास्टिक के नाखूनों को प्राकृतिक नाखूनों पर चिपकाया जाता है।
कैंसर का कारण बनने वाले रसायन
इन नाखूनों को चिपकाने के लिए जो गोंद इस्तेमाल होती है, वह हानिकारक रसायनों से बनी होती है। इसके अलावा, नाखूनों को सुखाने के लिए उपयोग की जाने वाली मशीन से निकलने वाली UV किरणें कैंसर का कारण बन सकती हैं। इस मशीन में हाथों को कम से कम 10 मिनट तक रखा जाता है, जो कैंसर सेल के विकास के लिए पर्याप्त समय होता है।
स्किन कैंसर के लक्षण
डॉ. अनिमेष अग्रवाल के अनुसार, स्किन कैंसर आम कैंसरों में से एक है। ब्रिटिश महिला के नाखूनों पर काले धब्बे दिखाई दिए, जो कैंसर का पहला संकेत थे। इसके अलावा, अन्य लक्षणों में शामिल हैं:
1. त्वचा पर काले धब्बे।
2. खुरदुरी और पपड़ीदार त्वचा।
3. नए घाव या मस्से।
4. अत्यधिक खुजली।
5. चेहरे, कान और गर्दन पर मोती जैसी त्वचा का उभरना।
स्किन कैंसर से बचाव के उपाय
डॉ. एसवीएसएस प्रसाद के अनुसार, कुछ आदतों को अपनाकर हम स्किन कैंसर से बच सकते हैं:
- धूप में जाने से पहले पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- सिर को ढकने के लिए हैट पहनें।
- काला चश्मा पहनें।
- सनस्क्रीन का उपयोग करें, जो UV किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है।