पंजाब में शिक्षा क्रांति: स्कूल ऑफ एमिनेंस की सफलता
पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय
- 231.74 करोड़ रुपये का निवेश
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत की है। यह पहल विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर रही है और उन्हें नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान कर रही है। राज्य में स्थापित 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने का कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के अनुसार, ये स्कूल गरीब बच्चों के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। स्कूल ऑफ एमिनेंस में विद्यार्थियों को मुफ्त यूनिफॉर्म और विशेष रूप से लड़कियों के लिए मुफ्त बस सेवा उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि कोई भी बच्ची शिक्षा से वंचित न रहे।
आज के प्रतिस्पर्धी युग में केवल स्कूली शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है, इस बात को ध्यान में रखते हुए, स्कूल ऑफ एमिनेंस में छात्रों को विशेष कोचिंग दी जा रही है। इन कक्षाओं में नीट, जेईई, सीलैट, एनआईएफटी और रक्षा सेवाओं की तैयारी शामिल है। यह पहल पंजाब के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए सक्षम बना रही है। मुख्यमंत्री के अनुसार, सरकारी स्कूलों से 265 छात्रों ने जेईई मेन्स, 74 ने जेई एडवांस्ड और 848 ने नीट जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं।
यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही मार्गदर्शन और सुविधाओं के साथ, पंजाब के युवा किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। बच्चों की सुविधा के लिए, पंजाब सरकार ने दूर-दूर से आने वाले विद्यार्थियों के लिए मुफ्त बसों की व्यवस्था की है। इस पहल को पंजाब के लोग सराह रहे हैं, और इन विद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में खोले गए ये स्कूल राज्य के छात्रों की किस्मत बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। (Advertorial)
