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पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद: चुनावी राजनीति में नया मोड़

भोजपुरी सिनेमा के अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहा विवाद अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। पवन ने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है, जबकि ज्योति ने काराकाट सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। उनके पिता रामबाबू सिंह ने पवन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे मामला और भी गरमा गया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव के बारे में।
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पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद: चुनावी राजनीति में नया मोड़

पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच बढ़ता विवाद

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहा विवाद अब एक नई दिशा में बढ़ता जा रहा है। यह मामला केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गया है। पवन सिंह ने विधानसभा चुनाव में भाग न लेने का निर्णय लिया है, जबकि उनकी पत्नी ज्योति सिंह चुनावी मैदान में उतरने की योजना बना रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ज्योति सिंह ने काराकाट सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी पूरी कर ली है। यह घोषणा तब हुई है जब दोनों के बीच मतभेद अपने चरम पर हैं और वे एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच, ज्योति सिंह के पिता ने भी पवन सिंह के खिलाफ बयान दिया है।


ज्योति सिंह के पिता का बड़ा बयान

पवन सिंह के ससुर ने लगाए गंभीर आरोप

ज्योति सिंह के पिता, रामबाबू सिंह, ने उनकी बेटी के चुनावी फैसले पर चर्चा करते हुए एक चौंकाने वाला बयान दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या ज्योति निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने कहा, “ज्योति ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी स्थिति में चुनाव लड़ेंगी।” उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी पार्टी से टिकट नहीं मिलता है, तो वह निर्दलीय रूप से चुनावी मैदान में उतरेंगी। रामबाबू सिंह ने पवन सिंह के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि लगभग तीन महीने पहले वह लखनऊ में पवन सिंह से मिलने गए थे, लेकिन उन्हें घर में प्रवेश नहीं करने दिया गया।


रामबाबू सिंह का पवन सिंह के लिए संदेश

रामबाबू सिंह ने कहा, “मैं किसी तरह अंदर गया और पवन सिंह से हाथ जोड़कर, रोते हुए कहा कि सब कुछ भूलकर घर की समस्याओं का समाधान करें।” उन्होंने यह भी कहा, “ज्योति ने आपके लिए बहुत मेहनत की है। जब आप आराम कर रहे थे, तब उसने दिन-रात लोगों के बीच रैलियां कीं।” उन्होंने यह भी कहा, “मेरी बेटी जैसी लड़की अब उन्हें नहीं मिलेगी। उसे खोने की सबसे बड़ी गलती खुद पवन सिंह ने की है।” रामबाबू सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद जब ज्योति ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि 'अभी बहुत दम बाकी है, हम हारे नहीं हैं', तब काराकाट के लोगों ने ही उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था।