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पानीपत में वीर बाल दिवस पर सैंड आर्ट शो का आयोजन

पानीपत में आयोजित सैंड आर्ट शो ने वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादों की शहादत और मुगलों के अत्याचार को जीवंत किया। इस 40 मिनट के शो में कलाकारों ने साहिबजादों की वीरता को दर्शाया, जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिली। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला शिक्षा अधिकारी ने किया और इसमें कई बच्चों ने निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया। जानें इस अनोखे शो के बारे में और इसके महत्व को।
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पानीपत में वीर बाल दिवस पर सैंड आर्ट शो का आयोजन

सैंड आर्ट शो का आयोजन


पानीपत की ऐतिहासिक भूमि पर वीर बाल दिवस के अवसर पर सैंड आर्ट शो का आयोजन किया गया। इस शो में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों की शहादत को अनोखे तरीके से प्रस्तुत किया गया। 40 मिनट के इस शो में मुगलों के अत्याचार और साहिबजादों की वीरता को दर्शाया गया। यह कार्यक्रम हरियाणा के कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया।


शो का शुभारंभ

इस सैंड आर्ट शो का उद्घाटन जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बुरा ने आर्य कॉलेज के सभागार में किया। शो में कलाकार ओम प्रकाश ने साहिबजादों के जन्म और खालसा पंथ की स्थापना के बाद मुगलों के आक्रमण की कहानी को दर्शाया। उन्होंने बताया कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने परिवार के साथ आनंदपुर साहिब किले को छोड़कर युद्ध के लिए तैयार किया।


सोने की मोहरें और गिरफ्तारी

कलाकार ओम प्रकाश ने बताया कि गंगू ने लालच में आकर वजीर खां को साहिबजादों के बारे में जानकारी दी, जिसके बदले में उसे सोने की मोहरें मिलीं। वजीर खां के सैनिकों ने माता गुजरी और साहिबजादों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें ठंडे बुर्ज में रखा।


इस्लाम कबूल करने का दबाव

ठंड में दोनों साहिबजादों को वजीर खां के सामने पेश किया गया, जहां उन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए कहा गया। साहिबजादों ने बिना किसी डर के जयकारा लगाया, जिससे सभी लोग हैरान रह गए।


जपुजी साहिब का पाठ

सैंड आर्ट शो में वजीर खां ने साहिबजादों को डराने और इस्लाम कबूल करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वे अपने निर्णय पर अडिग रहे। अंततः उन्हें दीवारों में चुनने का आदेश दिया गया, और उन्होंने 'जपुजी साहिब' का पाठ करना शुरू कर दिया।


शहादत का प्रदर्शन

शो में चमकौर साहिब के युद्ध में साहिबजादों की शहादत को भी दर्शाया गया। इस कार्यक्रम की सभी ने सराहना की। इस अवसर पर कई बच्चों ने वीर बाल दिवस पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया।