बाहुबली द एपिक: एक नई सिनेमाई यात्रा
 
                           
                        बाहुबली द एपिक का पुनर्जन्म
मुंबई: भारतीय सिनेमा में कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो समय के साथ और भी अधिक चमकदार बन जाती हैं। बाहुबली द एपिक इसी तरह का एक सिनेमाई पुनर्जन्म है। एस. एस. राजामौली ने 'बाहुबली: द बिगिनिंग' और 'बाहुबली 2: द कंक्लूजन' को मिलाकर एक नई 4 घंटे की एडिटेड कट तैयार की है। यह केवल दो भागों का संयोजन नहीं है, बल्कि एक भावनात्मक पुनर्निर्माण भी है।
जैसे ही प्रभास अमरेंद्र बाहुबली के रूप में स्क्रीन पर आते हैं, थिएटर तालियों और सीटियों से गूंज उठता है। अनुष्का शेट्टी की देवसेना की शालीनता और दृढ़ता दर्शकों को फिर से उसी जादू में खींच लेती है।
दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
कैसी लगी 'बाहुबली द एपिक'?
फिल्म देखने के बाद दर्शकों की प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर छा गई हैं। एक यूजर ने लिखा, 'पहला हाफ खत्म हुआ। बाहुबली द एपिक! क्या शानदार अनुभव रहा... दिमाग हिला देने वाला इंटरवल बैंगर। भारतीय सिनेमा में इससे पहले कभी नहीं देखा गया।'
Baahubali Jaiho...Baahubali Jaiho...
— Baahubali (@BaahubaliMovie) October 31, 2025
🔥✊️#BaahubaliTheEpic pic.twitter.com/rY0ArbmqI8
दूसरे यूजर ने फिल्म के बाद अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि फिल्म के बाद उनके 'रोंगटे खड़े हो गए'। दर्शकों ने विशेष रूप से फिल्म के इंटरवल सीन, बैटल सीक्वेंस और इमोशनल क्लाइमेक्स को 'रीबॉर्न मास्टरपीस' बताया है।
संगीत का जादू
एम. एम. कीरवाणी का जादुई संगीत
बाहुबली के संगीतकार एम. एम. कीरवाणी ने फिर से साबित किया है कि क्यों उन्हें भारतीय सिनेमा का 'साउंड जादूगर' कहा जाता है। फैंस सोशल मीडिया पर लगातार लिख रहे हैं कि 'हर बीजीएम फ्रेम-दर-फ्रेम रोमांचक अनुभव देता है।' एक यूजर ने कहा, राजामौली का सिनेमा सिर्फ देखा नहीं जाता, उसे जिया जाता है। कीरवाणी के सुरों ने फिल्म को फिर से एक भव्य महाकाव्य में बदल दिया है।
नई एडिटेड कट में राजामौली ने कहानी की गति को और भी तेज कर दिया है। दोनों फिल्मों को जोड़ने के बाद कई सीन और भी भावनात्मक हो गए हैं। बाहुबली और भल्लालदेव के बीच शक्ति संघर्ष अब और तीव्र महसूस होता है। दृश्य प्रभाव (VFX) को भी और बेहतर किया गया है जिससे हर युद्ध दृश्य पहले से ज़्यादा भव्य लगता है।
